बिहार राज्य मत्स्यजीवी संघर्ष मोर्चा ने जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत ठीकेदारों के जरिये तालाबों के जीर्णोद्धार के शासन-प्रशासन के फैसले पर विरोध जताया है। वहीं, प्रखंड स्तर पर गठित मत्स्यजीवी सहयोग समितियों से ही तालाबों के जीर्णोद्धार की मांग की है। अन्यथा 26 फरवरी को अर्द्धनग्न प्रदर्शन करते हुए मत्स्य मंत्री प्रेम कुमार का पुतला दहन करने का एलान किया है। यह निर्णय रविवार को इमलीचट्टी स्थित एक होटल के सभागार में हुई बिहार राज्य मत्स्यजीवी संघर्ष मोर्चा की बैठक में लिया गया।
गायघाट मत्स्यजीवी सहयोग समिति के मंत्री लाल बाबू सहनी की अध्यक्षता में हुई बैठक में बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ के पूर्व अध्यक्ष राकेश कुमार निषाद और मछुआ आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष विजय सहनी ने मछुआरों के प्रति सरकार की उपेक्षापूर्ण नीतियों की निंदा की। उन्होंने जलकर के लिए सुरक्षित जमा राशि में अप्रत्याशित वृद्धि पर रोष जताया। वहीं जलकर तथा तालाब की बंदोबस्ती सौ रुपये प्रति एकड़ मालगुजारी के आधार पर समितियों के जरिये कराने की मांग की। मौके पर शुकदेव सहनी, वीरेंद्र सहनी, लखींद्र सहनी, सत्येंद्र कुमार मुखिया, नर्मदेश्वर नाथ सहनी, प्रयाग सहनी, लड्डू सहनी, सुवंश सहनी व महावीर सहनी समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।
विस चुनाव में निषाद समाज से हो उम्मीदवार
मीनापुर प्रखंड मुख्यालय स्थित किसान भवन में प्रखंड स्तरीय निषाद समाज के गण्मान्य लोगों की बैठक हुई। अध्यक्षता निषाद संघ के प्रखंड अध्यक्ष देवकी लाल सहनी ने किया। इसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी विधानसभा चुनाव में निषाद समाज से ही उम्मीदवार हों और स्थानीय उम्मीदवार ही हो। बाहरी उम्मीदवार को नकारने का निर्णय लिया गया। साथ ही 23 फरवरी को भावी उम्मीदवारों की सूची जारी करने का भी निर्णय लिया गया। मौके पर जिला पार्षद कंचन सहनी, उमाशंकर सहनी, तेज नारायण सहनी, केदार सहनी, शिवजी सहनी, इंदल सहनी, हरिलाल सहनी, राजेश्वर सहनी आदि थे।