कोविड-19 के प्रकोप के बाद पिछले 10 महीने से बंद पड़े स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थानों में रौनक फिर लौटने वाली है। सरकार ने चार जनवरी से चरणवार स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान खोलने को हरी झंडी दे दी है। शुरुआती दौर में उच्च कक्षाओं के लिए स्कूल कॉलेज खुलेंगे। समीक्षा के बाद 18 जनवरी से शेष कक्षाओं के लिए स्कूल और कॉलेज खोल दिए जाएंगे। शुक्रवार को मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में राज्य आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में कुछ शर्तों के साथ स्कूल कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को खोलने का फैसला लिया गया।
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बैठक के बाद बताया कि स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान खोलने को लेकर आपदा प्रबंधन समूह की बैठक ने गहन मंथन के बाद यह फैसला लिया है कि स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान कुछ शर्तों के साथ खोले जाएंगे। चार जनवरी से पहले नौवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलेंगे। जबकि कॉलेज सिर्फ अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए खोले जाएंगे।
समीक्षा के बाद लिया जाएगा निर्णय
एक सप्ताह के बाद आपदा प्रबंधन समूह समीक्षा करेगा, जिसमें देखा जाएगा कि स्कूल-कॉलेज खोलने के बाद कोरोना का प्रकोप कहीं बढ़ तो नहीं रहा है। समीक्षा में यदि पाया जाएगा कि सबकुछ ठीक है तो 18 जनवरी से कक्षा 1-8 तक के स्कूल और सभी कक्षा के लिए कॉलेज खोल दिए जाएंगे। इसके बाद भी नियमित रूप से साप्ताहिक समीक्षा जारी रहेगी।
रोटेशन में चलेंगी कक्षाएं
सरकार ने स्कूल और कॉलेजों में कक्षाएं रोटेशन के हिसाब से संचालित करने का फैसला लिया है। यानी आधे बच्चे एक दिन स्कूल-कॉलेज में आएंगे तो आधे दूसरे दिन। यही नियम कक्षाओं में भी लागू होगा। यदि कक्षा में 59 बच्चे हैं हैं तो सिर्फ 25 बच्चों से ही कक्षा में आएंगे शेष 25 बच्चों की कक्षा अगले दिन होगी। स्कूल-कॉलेज प्रबंधन इस नियम का सख्ती से पालन करेंगे।
स्कूल-कॉलेज खोलने के लिए निर्धारित शर्त
-स्कूल-कॉलेज प्रबंधन मास्क और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराएंगे।
-बच्चों और विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य रूप मास्क पहनना आवश्यक होगा।
-स्कूल-कॉलेज रोटेशन में चलेंगे। आधे बच्चे एक दिन आएंगे, आधे दूसरे दिन।
-स्कूलों की भांति यही नियम सभी कॉलेजों में भी प्रभावी होगा।
सरकारी स्कूल के बच्चों को दिए जाएंगे मुफ्त दो-दो मास्क
मुख्य सचिव के अनुसार राज्य के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को शिक्षा विभाग की ओर से बच्चों और शिक्षकों में को मुफ्त मास्क दिए जाने का फैसला हुआ है। स्कूल की ओर से प्रत्येक बच्चे और शिक्षक को दो-दो मास्क मुफ्त में दिया जाएगा।
कोचिंग संस्थान कार्य योजना बना जिलाधिकारी से कराएंगे पास
आपदा प्रबंधन समूह की बैठक का फैसला है कि स्कूल-कॉलेजों के साथ ही चार जनवरी से राज्य के कोचिंग संस्थान भी खुलेंगे। लेकिन अधिकांश कोचिंग संस्थानों के साथ हॉस्टल भी जुड़े होते हैं इस वजह से कोचिंग संस्थानों को पहले कोविड -19 के नियमों के आलोक में संस्थान शुरू करने की कार्य योजना बनानी होगी। जिसमें कोरोना से बचाव के लिए उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी देनी होगी। कोचिंग संस्थानों की कार्य योजना को जिलाधिकारी के स्तर पर मंजूरी मिलेगी। जिलाधिकारी की अनुमति के बाद ही कोचिंग संस्थान और उनके हॉस्टल शुरू होंगे।
आपदा प्रबंधन समूह हर सप्ताह करेगा समीक्षा
सरकार ने स्कूल और कॉलेज प्रबंधन के आग्रह पर संस्थान खोलने की अनुमति तो जरूर दी है लेकिन सभी स्कूल कॉलेज पर प्रशासन की निगाह रहेगी। यदि नियमों का उल्लंघन हुआ तो ऐसे स्कूल कॉलेजों पर कार्रवाई भी हो सकती है। मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार चौकस रहेगी और प्रत्येक सप्ताह स्कूल-कॉलेजों को लेकर समीक्षा करेंगे।