बिहार की मोकामा विधानसभा सीट के लिए मतगणना जारी है. बिहार की मोकामा विधानसभा सीट पर इस बार 28 अक्टूबर को वोट डाले गए, यहां कुल 54.03 फीसदी मतदान हुआ.
बिहार में हर विधानसभा सीट का अपना एक प्रभाव है, इन्हीं में से एक है राज्य की पॉपुलर सीट मोकामा विधानसभा. यहां से बाहुबली अनंत सिंह विधायक हैं और लंबे वक्त से उनका ही दबदबा है. ऐसे में अब एक बार फिर जब चुनावी दंगल जारी है, तो हर किसी की नज़र उन्हीं पर है. JDU का साथ छूटने के बाद अनंत सिंह ने यहां से निर्दलीय ही हाथ आजमाया था और जीत गए थे.
मोकामा विधानसभा का इतिहास हमेशा से ही बाहुबली छवि के नेता के साथ रहा है, फिर चाहे वो किसी भी राजनीतिक दल का हो. लगातार चार बार से अनंत सिंह चुनाव जीत रहे हैं, उनसे पहले उनके भाई दिलीप कुमार सिंह चुनाव जीत चुके हैं. इसके अलावा सूरज सिंह भी यहां से विधायक रह चुके हैं. मोकामा विधानसभा सीट 1951 में ही बन गई थी और तभी से ही सामान्य सीट है. कई बार इस सीट पर एक व्यक्ति बार-बार चुनाव जीता है. मोकामा बिहार की विधानसभा सीट संख्या 178 है.
मोकामा के आसपास का क्षेत्र पूरी तरह से ग्रामीण है और यहां पर भूमिहार जाति का दबदबा है. अनंत कुमार सिंह खुद भी इसी जाति से आते हैं, ऐसे में चुनाव में उन्हें फायदा मिलता है. इलाके में वे छोटे सरकार के नाम से जाने जाते हैं. साथ ही उनकी बाहुबली वाली छवि लाभ पहुंचाती आई है. 2015 चुनाव के आंकड़ों के अनुसार, यहां करीब ढाई लाख वोटर हैं जिनमें से 1.30 लाख पुरुष और 1 लाख के करीब महिला वोटर हैं.
नीतीश कुमार से अनबन होने के बाद अनंत सिंह ने पिछले चुनाव में निर्दलीय ही पर्चा भर दिया था और वो जीत भी गए थे. 2015 में अनंत सिंह को यहां पर 54 हजार से अधिक वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के नीरज कुमार रहे थे जिन्हें सिर्फ 35 हजार वोट मिल पाए थे. यानी निर्दलीय रहते हुए भी अनंत सिंह ने अपना दबदबा कायम रखा.