बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब राज्य में नई सरकार के गठन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। शुक्रवार को एनडीए के नेताओं की अहम बैठक होने वाली है। इसमें सरकार गठन को लेकर दिशा-दशा तय की जाएगी। साथ ही मुख्यमंत्री के लिए नीतीश कुमार के नाम पर भी मुहर लग सकती है।
नीतीश ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था की मुख्यमंत्री पद का फैसला एनडीए की बैठक मे होगा। दूसरी ओर तेजस्वी यादव अपनी हार स्वीकारने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री बनाने के लिए महागठबंधन के पुराने सहयोगियों हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) और वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) को अपने खेमे में आने का न्योता दिया है।
इसके अलावा वे नतीजों को लेकर अदालत का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं। इसी बीच हम ने साफ कर दिया है कि वह एनडीए का हिस्सा थे और रहेंगे।
गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने शराबबंदी में संशोधन करने की मांग की है। उन्होंने लिखा, ‘बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से आग्रह है कि शराबबंदी में कुछ संशोधन करें, क्योंकि जिनको पीना या पिलाना है वे नेपाल, बंगाल, झारखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ का रास्ता अपनाते हैं। इससे राजस्व की हानि, होटल उद्योग प्रभावित तथा पुलिस, एक्साइज भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है।’
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने कहा, ‘हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम राजग के साथ ही रहेंगे। हमारे नेता जीतन राम मांझी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा, हम उनके साथ थे और उनके साथ ही रहेंगे।’
चुनाव परिणाम आने के बाद पहली बार नीतीश कुमार गुरुवार को सामने आए और उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद पर उन्होंने किसी तरह का दावा पेश नहीं किया है। शुक्रवार को एनडीए की बैठक होगी। इसमें सभी दल मिलकर मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला करेंगे।
वहीं गुरुवार को जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। आज भाजपा, जदयू, हम औऱ वीआईपी के नेता आगे की प्रक्रिया को लेकर चर्चा करेंगे।