‘लेडी सिंघम’ के नाम से मशहूर मुंगरे की एसपी लिपि सिंह ने कई कुख्यात अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा है. शनिवार को भी उन्होंने अपनी बहादुरी का परिचय दिया.
पुलिस को सूचना मिली कि हरिणमार थाना इलाके के साहिब दियारा इलाके में एक व्यक्ति की हत्या के इरादे से कुछ अपराधी इकठ्ठा हो रहे हैं. इस सूचना पर मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपी सिंह तुरंत एक्शन में आईं और अपराधियों से टक्कर लेने निकल पड़ीं.
जिसको पकड़ने वह निकली थीं वो कोई मामूली अपराधी नहीं था बल्कि उसके ऊपर 50 हजार का ईनाम था. उन्होंने ईनामी अपराधी मृत्युंजय यादव और उसके सहयोगी श्याम पटेल उर्फ श्याम सिंह को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया.
लिपि सिंह ने बताया कि गिरफ्तार दोनों अपराधी मक्के के खेत में छुपे बैठे थे. तभी पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की टीम ने इन्हें धर दबोचा. इस दौरान पुलिस और अपराधियों के बीच लगभग दो घंटे तक मुठभेड़ चली. मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से लगभग 70 से 80 गोलियां चलीं. तब जाकर मृत्युंजय यादव की गिरफ्तारी संभव हो पाई.
बता दें कि मृत्युंजय यादव पर 7 मामले दर्ज हैं और सभी मामलों में वह फरार चल रहा था. मृत्युंजय यादव और उसके सहयोगी के पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं.
बता दें कि दियारा इलाके में एसटीएफ, जिला पुलिस और अपराधियों के बीच लगभग 2 घंटे तक हुए इस मुठभेड़ के ऑपरेशन की कमान लेडी सिंघम लिपी सिंह ने खुद संभाली थी. मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टास्क फोर्स और जिला पुलिस बल का संयुक्त ऑपरेशन हरिणमार थाना के दियारा इलाके में चलाया गया.