एजेंसी/पिछले महीने 251 रुपए की हैरतअंगेज कीमत पर स्मार्टफोन लाॅन्च करने वाली कंपनी रिंगिंग बेल्स ने काफी सुर्खियां बटोरी थी।
कंपनी ने यह दावा करके आैर भी चौंका दिया था कि वह प्रत्येक फोन पर 31 रुपए का मुनाफा भी कमाएगी। कंपनी ने इसके लिए बकायदा इकाॅनोमीज आॅफ स्केल जैसे तकनीकी कारण बताए।
लोगों ने पीजा की कीमत में आने वाले इस फोन के लिए जमकर रजिस्ट्रेशन करवाए आैर नतीजा यह रहा कि वेबसाइट ही क्रैश हो गर्इ। बुकिंग के लिए हालांकि चार दिन का समय दिया गया था लेकिन इसे पहले ही बंद करना पड़ा। आॅनलाइन बुकिंग के दौरान कुल 7 करोड़ रजिस्ट्रेशन्स हुए आैर इनमें से 30 हजार लोगों ने 251 रुपए देकर बुकिंग करवार्इ।
कंपनी को लेकर काफी हंगामा हुआ आैर किसी घोटाले का अंदेशा जताया गया। बात यहां तक बढ़ गर्इ कि पुलिस आैर इंकम टैक्स वालों ने भी कंपनी आॅफिस को खंगाल डाला। खराब होती पब्लिक इमेज को देखते हुए कंपनी के डायरेक्टर माेहित गोयल ने 30 हजार लोगों को उनके रजिस्ट्रेशन का पैसा वापस देने संबंधी बयान जारी किया।
रिंगिंग बेल्स का कहना है कि उसे फोन बनाने के लिए लोगों से पैसा लेने की जरूरत नहीं है। उसके पास निवेशक आैर बिजनेस प्लान है जिनके बलबूते वह अप्रेल में लोगों को शर्तिया बेहद कम कीमत वाला फ्रीडम 251 फाेन देगी।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि फ्रीडम 251 फोन बनाकर सप्लार्इ किए बिना ही रिंगिंग बैल्स पैसा कमा रही है?
जी हां सच्चार्इ यह है कि अभी तक फोन का कोर्इ अता-पता नहीं है लेकिन रिंगिंग बैल्स की वेबसाइट ने आमदनी शुरू कर दी है।
रिंगिंग बेल्स को वेबसाइट पर मौजूद आॅनलाइन विज्ञापनों से यह आमदनी हो रही है। रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए करोंड़ों लोगों ने यह वेबसाइट खंगाली थी। इसके बाद कंपनी आैर फ्रीडम 251 की सच्चार्इ का पता लगाने के लिए भी आतुर लोग इस वेबसाइट पर गए।
जानकारी के लिए बता दें कि इस वेबसाइट पर बैंकबाजार डाॅट काॅम आैर एंड्राॅयड के विज्ञापन दिखाए जा रहे हैं। जब भी आप वेबसाइट पर विजिट करते हैं तो पेज व्यू आैर क्लिक करने के हिसाब से ये कंपनियां रिंगिंग बेल्स को पेमेंट करती हैं। इसके अलावा गूगल भी वेबसाइट को उसकी रेंकिंग के हिसाब से पेमेंट करता है।
प्रत्येक विजिटर पर मिलने वाला पेमेंट हालांकि बहुत ज्यादा नहीं होता है मगर वेबसाइट पर रोजाना आने वाले लाखों-करोंड़ों विजिटर्स को देखा जाए तो यह पैसा काफी होगा।