पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी बिलों के प्रारूप में अहम बदलाव कर रही है। बिजली के हर बिल पर अब क्यूआर कोड छापा जाएगा। कोड को सिर्फ मोबाइल से स्कैन कर ऑनलाइन बिल भुगतान किया जा सकेगा। किसी भी तरह की जानकारी दर्ज करने की जरूरत नहीं होगी। केंद्र सरकार के निर्देश पर यह बदलाव हो रहा है। ऐसा करने वाली इंदौर की बिजली कंपनी प्रदेश की सर्वप्रथम वितरण कंपनी होगी।
अगले महीने यानी फरवरी से जारी होने वाले बिलों पर क्यूआर कोड अंकित होने लगेगा। कंपनी ने नई व्यवस्था लागू करने के लिए मौजूदा बिलों के प्रारूप में थोड़ा बदलाव करना शुरू कर दिया है। कुछ कॉलम को हटाकर या छोटा कर क्यूआर कोड के लिए बिल के नीचे कोने में जगह बनाई जा रही है। जैसी ही यह कोड मोबाइल के क्यूआर कोड स्कैनर के सामने रखा जाएगा, उपभोक्ता के नाम से लेकर बिल की राशि तक की जानकारी के साथ भुगतान का विकल्प खुल जाएगा। सरकार के भारत बिल पेमेंट पोर्टल के जरिये ऑनलाइन अकाउंट या पेमेंट गेटवे से एक-दो क्लिक पर बिल जमा किया जा सकेगा। इस पेमेंट में केशलैस भुगतान के तहत उपभोक्ताओं को पांच रुपए से लेकर 20 रुपए तक की छूट भी मिल सकेगी।
केंद्र से आया निर्देश
केंद्र सरकार के निर्देश पर पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी क्यूआर कोड वाला सिस्टम लागू कर रही है। केंद्र सरकार ने देश की सभी सरकारी क्षेत्र की कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे अपना भुगतान केशलैस माध्यम से प्राप्त करें। केशलैस व्यवस्था के लिए उचित प्रबंध करना ऐसी सभी कंपनियों के लिए अनिवार्य किया गया है, जिनका सालाना टर्नओवर 50 करोड़ रुपए से ज्यादा है। प्रदेश की सभी बिजली कंपनियां इस दायरे में आ रही हैं। लिहाजा आने वाले समय में सभी कंपनियों में क्यूआर कोड की व्यवस्था होगी। शुरुआत इंदौर से हो रही है।
तैयारियां शुरू कर दी हैं
हमारी कोशिश इसी महीने से बिलों पर क्यूआर कोड अंकित करने की है। तैयारियां शुरू कर दी हैं। फरवरी से हर हाल में सभी बिलों पर क्यूआर कोड डाला जाएगा। -विकास नरवाल, एमपी पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी