नई दिल्ली / चेन्नई : यह बात स्वीकार करने में की संकोच नहीं है कि जब से जयललिता का निधन हुआ है. तब से तमिलनाडु की राजनीति मेंअस्थिरता का दौर चल रहा है. तमिलनाडु में सत्ता की जंग में विभिन्न गुटों के आपसी झगड़ों ने यह हालात पैदा कर दिए हैं कि अब DMK, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियां आज गुरुवार को सुबह 11 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राज्य के राजनीतिक हालात को लेकर मुलाकात करेगीं. विपक्षी दल राष्ट्रपति से राज्य में फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग भी कर सकते है.अभी-अभी: राम रहीम के बाद अब बाबा रामदेव की बारी, इस महिला पत्रकार ने खोले बाबा रामदेव के ये बड़े राज…
गौरतलब है कि दिनाकरण गुट के 19 विधायकों के समर्थन वापस लेने से पलानीस्वामी सरकार अल्पमत में है, वहीं EPS-OPS गुट के कई विधायक भी बागी हो रहे हैं. ऐसे में असमंजस की स्थिति को देख कर ही विपक्ष की ओर से आज गुरुवार को राष्ट्रपति से कांग्रेस की ओर से आनंद शर्मा, लेफ्ट की ओर से डी. राजा, सीताराम येचुरी सहित अन्य नेता मिलेंगे.
जबकि दूसरी ओर मुख्यमंत्री ई. पलानीस्वामी ने गुरुवार को ही अपने विधायकों की बैठक बुलाई है. पलानीस्वामी आवश्यक बहुमत होने का दावा कर रहे हैं. बैठक से पहले पलानीस्वामी ने अम्मा का जिक्र कर कहा कि हम उन्हीं के दिखाए हुए रास्ते पर चल रहे हैं.
आपको बता दें कि लगातार बदल रहे समीकरणों के बीच AIADMK के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की थी. स्मरण रहे कि तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद पार्टी दो गुटों में बंट गई थी. लेकिन पिछले दिनों दोनों धड़े एक हुए और ई. पलानीस्वामी मुख्यमंत्री पद पर काबिज रहे और ओ. पन्नीरसेल्वम को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था. लेकिन अब शक्ति परीक्षण की नौबत आ गई है.