पाकिस्तान का बिजली ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम पूरी तरह से ‘बर्बाद’ हो चुका है. इसकी जबर्दस्त ओवरहॉलिंग की जरूरत है. समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है.
पाकिस्तानी अखबार द न्यूज के अनुसार, इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जब पिछले साल दिसंबर महीने में पाकिस्तान की सबसे बड़ी बिजली कंपनी एनग्रो कॉर्प ने एक चीनी कंपनी के साथ मिलकर थारपरकर रेगिस्तान में स्थित एक पावर प्लांट में बिजली का उत्पादन शुरू किया तो पता चला कि उसका वितरण और ट्रांसमिशन ही नहीं हो पा रहा क्योंकि इसका नेटवर्क लगभग ‘बर्बाद’ हो चुका है. एनग्रो की एनर्जी शाखा के सीईओ शमसुद्दीन शेख ने खुद यह बात स्वीकार की.
शेख ने कहा, ‘सिस्टम पहले से ही ढह चुका है, यह चल बस इसलिए रहा है, क्योंकि सरकार हर कुछ महीने के बाद पैसा लगाती है, कुछ आर्थिक सहायता देती रहती है, ताकि यह सिस्टम काम करता रहे. इसके लिए काफी ओवरहॉलिंग कार्य की जरूरत है. वितरण सुधारना होगा, बिजली चोरी रोकनी होगी.’
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने अपनी आधी बिजली उत्पादन क्षमता तो पिछले पांच साल में चीन की मदद से हासिल की है. लेकिन कमजोर वितरण नेटवर्क की वजह से लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही.
बड़े पैमाने पर बिजली चोरी, भुगतान की गड़बड़ व्यवस्था की वजह से पाकिस्तान सरकार को भारी सब्सिडी देनी पड़ी है और इससे अब तक कुल 1.2 लाख करोड़ रुपये का कर्ज बोझ हो चुका है.