बदायूं में खटिक जाति की युवती ने अहीर और जाटव जाति का भी फर्जी प्रमाण पत्र बनवा लिया। उसके बाद खुद को यादव जाति का बताकर एक युवक को प्रेमजाल में फंसा लिया और उसके संग रहने लगी। प्रेमी को उसकी जाति का पता चला तो विवाद हुआ। अब प्रेमी ने कोर्ट के आदेश पर उसावां थाने में युवती समेत पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
उसावां थानाक्षेत्र के गांव अहमद नगर रुखाड़ा के प्रमोद राठौर ने बताया था कि उसहैत थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती ने खुद को यादव बताते हुए उसे प्रेमजाल में फंसा लिया। वास्तव में वह खटिक जाति की थी। जानकारी होने पर विरोध किया तो उसने तीन जाति प्रमाण पत्र दिखाए।
उसके पास खटिक, अहीर तो जाटव जाति का प्रमाण पत्र है। आरक्षण का लाभ लेने के लिए उसने जाति प्रमाणपत्रों का प्रयोग कई परीक्षाओं के लिए भी किया है। सरकार की अन्य योजनाओं का भी वह लाभ ले चुकी है। उसने इस तरह की धोखाधड़ी में साथ देने से मना कर दिया। इस पर युवती उससे अलग हो गई। उसके बाद वह अब गांव के ही युवक के साथ रहने लगी है।
युवती भी दर्ज करा चुकी है मुकदमा
प्रमोद ने बताया कि युवती ने उसके भाई सुधीर कुमार, बहनोई पप्पू राठौर, मुन्ना लाल राठौर, अशोक वर्मा आदि रिश्तेदारों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करा चुकी है। इन लोगों पर उसने एससी-एसटी, बलात्कार, छेड़खानी, मारपीट व हत्या के प्रयास का मुकदमा सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराया है।
शिकायत करने पर मारपीट और लूटपाट
प्रमोद का आरोप है कि तीन फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने की शिकायत उसने अधिकारियों से की। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। शिकायत से रंजिश मानते हुए युवती 24 अक्तूबर को अपने पिता, भाई, व दूसरे प्रेमी के साथ घर के अंदर घुस आई और गालियां देते हुए युवक की मां रामवती को पीटा। घर में तोड़फोड़ करते हुए 20 हजार रुपये और सोने चांदी के आभूषण लूट कर ले गई।
उसके बाद एक दिसंबर 2024 को सुबह करीब नौ बजे गांव के बाहर उसके साथ मारपीट की। जान से मारने की कोशिश की। घटना की रिपोर्ट लिखाने थाने गया तो सुनवाई नहीं हुई।इसलिए न्यायालय की शरण ली। अब कोर्ट के आदेश पर उसावां पुलिस ने युवती समेत पांच लोगों के खिलाफ उसावां पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।