नई दिल्ली। ‘नायक’ फिल्म में अनिल कपूल एक दिन का मुख्यमंत्री बनते हैं और जबरदस्त तरीके से काम करते हैं। हमारा रेल मंत्रालय भी उसी तर्ज पर एक अभियान चला रहा है। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने अपने कर्मचारियों से भी पूछा है कि यदि आप एक दिन के लिए रेलमंत्री होते तो भारतीय रेल के बेहतर संचालन के लिए क्या करते?
जानकारी के मुताबिक, अब तक रेलवे को एक लाख से ज्यादा सुझाव मिल चुके हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य खर्च कम कर कमाई बढ़ाना है। इन सुझावों का कई स्तर पर चयन होने के बाद अच्छे सुझाव रेलवे बोर्ड भेजे जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बाद रेल मंत्री ने यह अभियान चलाया है। सर्वोत्तम सुझाव देने वाले को प्रधानमंत्री से मिलने का मौका मिलेगा। इसके लिए सेंट्रल स्टेशन पर पोस्टर भी चस्पा किए गए हैं।
‘रेल की बागडोर आपके हाथ, आपका साथ-रेल का विकास’ स्लोगन के साथ चिपके पोस्टर में व्हाट्सएप नंबर भी दर्ज है, जिस पर फार्म भरकर भेजा जा सकता है।
इनको स्थानीय व मंडल में छांटने के बाद हेडक्वार्टर भेजा जाएगा। जहां से बेहतर सुझाव चयनित कर बोर्ड को भेजे जाएंगे। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि हर जोन से 27 सुझाव चुने जाएंगे। मालूम हो, रेलवे में दस लाख से ज्यादा कर्मचारी हैं।
इसी तर्ज पर आम जनता से भी सुझाव मांगे गए हैं। बड़ी संख्या में लोगों ने रेलवे से कहा है कि सांसदों और मंत्रियों को किराए में दी जाने वाली छुट कैंसर कर दी जाना चाहिए।