बीजेपी नेता एवं पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु को पूर्व मेदिनीपुर जिले में कांथी नगरपालिका के प्रशासक बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. सौमेंदु अधिकारी पूर्व मेदिनीपुर में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के हालिया राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए थे.
टीएमसी ने शुभेंदु अधिकारी पार्टी के कुछ नेताओं का आरोप है कि पिछले दो महीने से वह अपने भाई के जनसंपर्क कार्यक्रमों में मदद कर रहे थे. उनके एक अन्य भाई एवं तृणमूल सांसद दिव्येंदु अधिकारी ने इस फैसले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित’ बताया है.
बता दें कि ममता बनर्जी के पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी हाल में टीएमसी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं और लगातार टीएमसी और ममता बनर्जी पर हमला बोल रहे हैं.टीएमसी से एमपी दिव्येंदु अधिकारी ने कहा कि वह पार्टी (तृणमूल कांग्रेस) के वफादार कार्यकर्ता बने रहेंगे और मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी के सामने यह मुद्दा उठाएंगे. उन्होंने कहा, “वह मेरी नेता हैं. मुझे उन पर पूरा भरोसा है. सांसद ने कहा कि वह कांथी नगरपालिका भवन से अब काम नहीं करेंगे.
नगरपालिका भवन में सांसद का कार्यालय है.” यह घटनाक्रम ऐसे वक्त में हुआ है जब शुभेंदु अधिकारी ने कहा था, “मेरे परिवार में कमल खिलेगा.” उनके पिता शिशिर अधिकारी और भाई दिव्येंदु तृणमूल एमपी हैं. राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी 19 दिसंबर को मेदिनीपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में नौ विधायकों और एक सांसद के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे.