कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसान पिछले 32 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी किसान आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की है. अब दमदम केंद्रीय सुधार गृह में 10 कैदियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ भूख हड़ताल शुरू की है. जेल सूत्रों के अनुसार सांकेतिक अनशन करने वालों में चार या पांच माओवादी नेता भी शामिल हैं. उन्होंने मांग की है कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए.
सिंघु बॉर्ड पर पिछले 32 दिनों से कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे हैं. उन्होंने मांग की कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए. जब तक निरस्त नहीं किया जाएगा. उनका विरोध जारी रहेगा. केंद्र सरकार ने कई बार बैठक भी की है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया है.
राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने सिंघु सीमा पर किसानों से फोन पर दो बार बात की हैं और किसानों को समर्थन देने की घोषणा की हैं. अगले मंगलवार को बोलपुर में ममता बनर्जी रोड शो करेंगी. इसमें भी कृषि कानूनों का विरोध करेंगी. इस बीच, दमदम केंद्रीय संशोधनागार के कुछ राजनीतिक कैदियों ने प्रतीकात्मक भूख हड़ताल शुरू की है. राजनीतिक बंदी अखिल चंद्र घोष के नेतृत्व में यह सांकेतिक भूख हड़ताल की जा रही है.