पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक सिख लड़की का अपहरण करने के बाद जबरन शादी के मामले के तूल पकडने और भारत के विरोध जताने के बाद पाकिस्तान ने इस मामले में कार्रवाई की है।
सिख लड़की जिसका पाकिस्तान में कथित रूप से अपहरण करके जबरन इस्लाम में धर्म परिवर्तन कराया गया था वह अपने परिजनों के पास पहुंच गई है। ननकाना साहिब पुलिस ने इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस मामले को भारत ने पाकिस्तान सरकार के समक्ष उठाया है और इस बारे में समुचित कार्रवाई करने को कहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शुक्रवार को इस घटना के बारे में संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि विदेश मंत्रालय को पाकिस्तान में एक नाबालिग लड़की को अगवा करके बलपूर्वक उसका धर्मांतरण कराये जाने की घटना को लेकर सिखों के धार्मिक संस्थाओं सहित समाज के विभिन्न वर्गों से अनेक ज्ञापन प्राप्त हुए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि हमने इन चिंताओं को पाकिस्तान की सरकार के साथ साझा किया है और तुरंत समुचित कार्रवाई करने को कहा है।
क्या है मामला
सिख समुदाय का आरोप है कि 19 वर्षीय लड़की का अपहरण करने के बाद उससे जबरन निकाह किया गया है। इस मामले को लेकर सिख समुदाय में काफी रोष है और समुदाय ने 30 सदस्यों वाली एक समिति गठित की है जो इस मामले में प्रांतीय सरकार से बातचीत की।
ननकाना जिले के पुलिस अधीक्षक की तरफ से पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक को भेजे गए एक ज्ञापन में कहा गया है कि इस मामले में 28 अगस्त को ननकाना पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी और छह लोगों को नामजद किया गया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने जगजीत कौर नामक लड़की का अपहरण करने के बाद जबरन उससे इस्लाम धर्म कबूल कराया और फिर इनमें से एक व्यकित ने उससे निकाह कर लिया।
पुलिस ने लाहौर से इनका पता लगाकर इनमें से आठ को गिरफ्तार कर लिया। जिला पुलिस अधीक्षक ने अपने ज्ञापन में कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मसले पर जारी तनातनी को देखते हुए इस तरह की घटना से पाकिस्तान की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी नुकसान हो सकता है।