महाशिवरात्रि के पावन पर्व के बाद फाल्गुन अमावस्या की तिथि पड़ती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। यह दिन विशेषकर पितरों की आत्मशांति के लिए होता है और इस दिन श्राद्ध कर्म करने का बहुत अधिक महत्व होता है।
आज 23 फरवरी, रविवार को अमावस्या तिथि है।
- किसी का भी अपमान न करें।
- इस दिन गुस्सा नहीं करना चाहिए।
- इस दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस दिन सुबह किसी पवित्र नदी में स्नान करें, अगर ऐसा संभव नहीं हो तो घर में ही साफ जल से स्नान करना चाहिए।
- दान- पुण्य करना चाहिए, ऐसा करने से पितर खुश होते हैं।
- अगर आर्थिक समस्याएं चल रही हैं तो इस दिन भगवान शिव को खीर का भोग लगाएं। ऐसा करने से ये समस्याएं दूर हो जाएंगी।
- माता-पिता और बड़े बुजुर्गों का सम्मान करें।
- गरिबों की मदद करें।
- यह दिन काफी पवित्र होता है और इस तिथि पर श्राद्ध कर्म करने का बहुत अधिक महत्व होता है।
- ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवतागण संगम तट पर वास करते हैं, इसलिए इस दिन प्रयाग में स्नान करना शुभ माना जाता है।
- इस दिन किसी भी पवित्र नदी मेें स्नान करने से सभी तरह के पाप कट जाते हैं।