गुज़रे ज़माने की फिल्म मधुमती का गीत ‘आ जा रे परदेसी..’ तो आपको ज़रूर याद होगा। दिल के जज्बातों को छेड़ने वाला यह गीत भले ही सुनने और देखने वालों को सुकून देता हो, लेकिन सरहद पार बांग्लादेश से आई नाजरीन के लिए इस गीत की हर एक लाइन उसके दर्द को बयां करती है। मोबाइल पर बजे रॉन्ग नम्बर के बाद गुजरात के जिस युवक से नाजरीन ने दिल लगाया, उसने प्यार और अपनेपन से ज्यादा इंतजार के ऐसे जख्म दिए कि वह मरहम ढूंढने के लिए सबकुछ छोड़कर भारत चली आई।
रॉन्ग नंबर से जुड़े दिल के तार
दरअसल, बांग्लादेश के फोड़ितपुर की सुल्तान नाजरीन से दिसम्बर-2015 में गुजरात के राजकोट में रहने वाले अमित चंदूभाई के फोन पर रॉन्ग नंबर डायल हो गया। पहली बार तो बातें औपचारिक हुईं। बाद में दोनों के दिलों ने ऐसी दस्तक दी कि बातचीत का यह सिलसिला मेल मुलाकात तक जा पहुंचा। नाजरीन से मिलने के लिए अमित बांग्लादेश गया और उसे भारत ले आया।
ऐसे बिछड़े कि…
बाद में हालात ऐसे बने कि नाजरीन को वापस बांग्लादेश लौटना पड़ा। इसके बाद अप्रेल 2016 में अमित फिर बांग्लादेश गया और नाजरीन से शादी कर ली। कुछ दिन वैवाहिक जीवन बिताने के बाद अमित यह कहकर स्वदेश लौट आया कि क़ानूनी औपचारिकता पूरी करने के बाद लेने आएगा पर वह नहीं लौटा।
… और पहुंच गई हिंदुस्तान
जीवनसाथी के साथ भविष्य के सपनों का ताना बाना बुन रही नाजरीन इस बीच गर्भवती हो गई। उसने फोन से यह सूचना अमित को दी तो वह बहाने बनाने लगा। धीरे-धीरे उसने दूरियां बनाना शुरु किया तो नाजरीन का सब्र टूटने लगा। बच्चे की चिंता में नाजरीन भारत आ गई।
यहां भी नहीं थमी मुश्किलें
राजकोट जाने के लिए दादरा-अहमदाबाद ट्रेन में सवार हुई तो रास्ते में तबीयत बिगड़ गई। यात्रियों ने उसे ट्रेन से उतार कर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती करा दिया। यहां उसने बेटे को जन्म दिया। लेकिन नाजरीन की मुश्किलें अब भी कम नहीं हुई हैं। अमित का साथ पाने के लिए वह चार महीने के वीजा पर भारत आई हुई है। इसमें ये दो महीने बीत चुके हैं।
इधर, रायगढ़ के अस्पताल में नाजरीन का ख्याल रख रहे चिकित्सकों ने बताया कि उसकी तबीयत में सुधार है, बच्चा भी स्वस्थ्य है। वह बार-बार सिर्फ अमित के पास जाने की बात करती है। वहीं पुलिस भी इस पूरे मामले को काफी गंभीरता से देख रही है।
बस एक उम्मीद- ‘परदेसी ज़रूर लौटेगा’
राॅन्ग नंबर से पहले प्यार, फिर शादी और अब बच्चे तक परवान चढ़ी इस प्रेम कहानी को अभी आखिरी पड़ाव तक पहुंचना बाकी है। फिलहाल अमित की रुसवाई नाजरीन के मन में कई सवाल पैदा कर रही हैं, फिर भी उसे उम्मीद है कि उसका परदेसी लौटकर उसके पास जरुर आएगा।