तुलसी एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो कहीं भी आसानी से मिल जाती है. तुलसी में एक या दो नहीं बल्कि कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. किसी भी समय और किसी भी उम्र में तुलसी के पत्तों का सेवन किया जा सकता है. ये हर उम्र के लिए फायदेमंद है.
कई प्रकार के विटामिन, खनिज और पोषक तत्वों से भरपूर तुलसी का इस्तेमाल गर्भावस्था में भी करना फायदेमंद होता है. गर्भावस्था में इसके सेवन से कई तरह की बीमारियों और संक्रमण होने का खतरा कम हो जाता है.
तुलसी में हीलिंग का गुण पाया जाता है. इसकी पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल गुण होता है. इसके साथ ही ये पत्तियां एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुणों से भी भरपूर होती हैं. तुलसी के पत्तों के नियमित सेवन से ढलती उम्र के लक्षण जल्दी सामने नहीं आते और कई खतरनाक बीमारियों से लड़ने में भी मदद मिलती है.
गर्भावस्था में तुलसी का सेवन करना बहुत फायदेमंद है. ये एक सुपरफूड है.
गर्भावस्था में तुलसी के पत्ते खाने के फायदे:
1. एनिमिया के खतरे को कम करने में मददगार
गर्भावस्था में एनिमिया होने का खतरा बढ़ जाता है. जिन महिलाओं को गर्भावस्था में खून की कमी हो जाती है उन्हें कई दूसरी समस्याएं भी होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में हर रोज तुलसी की कुछ पत्तियों के सेवन से इस खतरे को कम किया जा सकता है. ये लाल रक्त कणिकाओं को बढ़ाने का काम करता है.
2. थकान दूर करने में मददगार
गर्भावस्था में थकान महसूस होना एक सामान्य बात है. इस दौरान तुलसी की पत्तियों के सेवन से ऊर्जा मिलती है और सुबह आने वाले चक्कर और कमजोरी में फायदा होता है.
3. विटामिन के का अच्छा माध्यम
तुलसी के पत्तों में भरपूर मात्रा में विटामिन के पाया जाता है. विटामिन के रक्त का थक्का जमाने में सहायक होता है.
4. भ्रूण के विकास में सहायक
गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए तुलसी काफी फायदेमंद है. इसमें मौजूद विटामिन ए बच्चे के विकास के लिए एक आवश्यक तत्व है. ये तंत्रिका तंत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण है.
5. संक्रामक रोगों से सुरक्षा
गर्भावस्था में कई तरह की बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है. इस दौरान तुलसी के पत्तों के सेवन से कई तरह की संक्रामक बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है.