सदियों से उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में बाबा की गुफा तक पहुंचने के लिए तंग सीढिय़ों और गुफा के दर्शन करने के लिए बने चबूतरे में कम जगह होने से जहां पहले श्रद्धालुओं को 8 से 9 घंटे तक लाइनों में लगकर इंतजार करना पड़ता था, अब 5 से 6 घंटे में बाबा की गुफा के दर्शन हो जाएंगे। 5 से 7 श्रद्धालु एक साथ बाबा की गुफा के दर्शन कर सकेंगे। इतना ही नहीं, अब श्रद्धालु आसानी से गुफा के आगे बने चबूतरे से आराम से दर्शन कर सकेंगे, क्योंकि गुफा के दर्शनों के चबूतरे व सीढिय़ों के विस्तारीकरण का कार्य पूरा हो गया है। कार्य पूर्ण होने के बाद रविवार को इसे श्रद्धालुओं के लिए लोकार्पित भी कर दिया गया।
इस अवसर पर बड़सर के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल, एस.डी.एम. डा. रोहित शर्मा व महंत श्रीश्री राजेंद्र गिरि महाराज विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस मौके पर विधायक ने बाबा बालक नाथ ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित बाबा बालक नाथ धाम पुस्तक का भी विमोचन किया। बाल योगी की गुफा के दर्शनों को लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर वर्ष पहुंचते हैं और करोड़ों रुपए का चढ़ावा बाबा की सेवा में अर्पण करते हैं लेकिन विस्तारीकरण की मांग पिछले कई वर्षों से अटकी पड़ी थी। अब इसका कार्य संपूर्ण हो गया है। गुफा और सीढिय़ों का जीर्णोद्धार जालंधर के अरुण राय ने करवाया है जिस पर लगभग 20 लाख रुपए के करीब खर्च आया है। अरुण राय बाबा बालक नाथ ट्रस्ट के सदस्य भी हैं। इनके सौजन्य से बाबा की तपोस्थली शाहतलाई में भक्तों के लिए पूरा वर्ष लंगर लगा रहता है।