बिहार में जनसुराज पदयात्रा कर रहे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर नीतीश कुमार पर लगातार सियासी हमला बोल रहा हैं। प्रशांत किशोर ने बुधवार की शाम पदयात्रा के दौरान आयोजित जनसभा में नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। प्रश्न किशोर ने इस बार आंकड़ों के आधार पर दावा किया है कि बिहार के लोगों को हर साल 25 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है। पीके ने नुकसान की वजह में बताया कि सूबे के किसान अपनी फसल खासकर धान और गेहूं सरकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं बेच पा रहे हैं और किसान बाजारों में कम दाम पर बेचने को मजबूर हैं। पीके ने कहा कि इतने सालों से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं लेकिन अबतक किसानों की फसलों को सरकारी रेट कैसे मिले इस पर कोई काम नहीं किया है। प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि बिहार के किसानों को इसी अव्यवस्था के चलते हर साल 25 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है।
जनसभा को संबोधित करते हुए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को एमएसपी पर फसल बिक्री के लिए बिहार को पैसा मुहैया कराती है लेकिन नीतीश सरकार के सिस्टम के चलते किसान अपनी फसल का वाजिब दाम भी नहीं पाते हैं। पीके ने दावा किया है कि अगर बिहार में एमएसपी पर फसलों की बिक्री होने लगे तो बिहार के लोगों को कम से कम 25 हजार करोड़ का फायदा होता लेकिन बिहार सरकार के भ्रष्ट अफसर और नीतीश सरकार की भ्रष्ट मंशा के चलते लोगों को नुकसान हो रहा है और किसानों को आर्थिक तंगी झेलनी पड़ती है।
प्रशांत किशोर बिहार में व्यवस्था परिवर्तन का नारा देकर इन दिनों जनसुराज यात्रा कर रहे हैं। पीके लगातार नीतीश और भाजपा पर हमला बोलते रहे हैं। प्रशांत किशोर की पदयात्रा से बिहार का राजनीतिक पारा चढ़ रहा है। भाजपा, जदयू और प्रशांत किशोर लगातार एक दूसरे के ऊपर सियासी वार-पलटवार करने चूक नहीं रहे हैं।