प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई स्थित केपस्टोन फोरेक्स प्राइवेट लिमिटेड की संलिप्तता वाले 700 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा घोटाले का पर्दाफाश किया है। इस कंपनी ने कथित रूप से जाली एयर टिकटों और पासपोर्ट के आधार पर विदेशी मुद्रा खरीदी थी।सूत्रों ने बताया, केपस्टोन फोरेक्स प्राइवेट लिमिटेड का नाम ऐडेलविस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की जांच के दौरान सामने आया था जिसके चेयरमैन राशेष शाह से ईडी ने हाल ही में पूछताछ की थी।
एक ईडी सूत्र ने दावा किया कि केपस्टोन फोरेक्स प्राइवेट लिमिटेड ने फर्जी एयर टिकटों और जाली पासपोर्टो के आधार पर विदेशी मुद्रा खरीदी थी और विभिन्न मुखौटा कंपनियों से अपने खातों में 700 करोड़ रुपये से ज्यादा प्राप्त किए थे। जांच में पता चला कि कई मुखौटा कंपनियों ने बड़े कारपोरेट्स और प्रतिष्ठित कंपनियों को धनराशि ट्रांसफर की थी।
जो कंपनियां ईडी की निगरानी में आईं उनमें सीजी पावर सोल्यूशंस, इंडिया पोल्स हॉस्पिटालिटी (जुही चावला के पति जय मेहता के ग्रुप की), कंसल्टशाह फाइनेंशियल सर्विसेज, इरोज इंटरनेशनल मीडिया, जैन एनर्जी (जैन इरीगेशन ग्रुप), नवारकर बिल्डर्स, नेक्स्ट जेन फिल्म्स, और स्वतंत्र्यवीर वीडी सावरकर मल्टीस्टेट कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी शामिल हैं।
सूत्रों ने यह भी बताया कि पूछताछ के दौरान ज्यादातर कंपनियां केपस्टोन फोरेक्स को धनराशि ट्रांसफर करने का कारण नहीं बता पाईं।उन्होंने बताया कि केपस्टोन ईडी की नजर में तब आई जब उसका राजस्व वित्तीय वर्ष 2015 के करीब छह करोड़ रुपये के मुकाबले 2018 में करीब 315 करोड़ रुपये पहुंच गया।
जब उसके बैंक स्टेटमेंट की जांच की गई तो पता चला कि केपस्टोन को 2017 से 2019 के दौरान कई कंपनियों से सैकड़ों करोड़ रुपये प्राप्त हुए। केपस्टोन ने अपने उपभोक्ताओं की पुष्टि के लिए पासपोर्ट और एयर टिकटों की प्रतियां प्रस्तुत कीं, लेकिन उनमें से कुछ टिकटों की जांच करने पर वे टिकट जाली निकले।
ED के रडार पर कंपनियां
ED जांच के रडार पर जो कॉर्पोरेट्स हैं उनके नाम हैं- CG पॉवर सॉल्यूशन्स, इंडियानापोल्स हॉस्पिटेलिटी (जय मेहता ग्रुप), कंसल्टशाह फाइनेंशियल सर्विसेज, इरोज इंटरनेशनल मीडिया, जैन एनर्जी (जैन इरिगेशन ग्रुप), नवारकर बिल्डर्स, नेक्स्ट जेन फिल्म्स, स्वतंत्रयावीर वी डी सावरकर मल्टीस्टेट कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी।