प्रयागराज के कुंभनगर में मंगलवार को कैबिनेट की बैठक कर इतिहास बनाने जा रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऐतिहासिक फैसले भी कर सकते हैं। सरकार किसानों और गरीबों के साथ ही हिदुत्व के एजेंडे पर भी कोई महत्वपूर्ण फैसला ले सकती है। संकेत मिल रहे हैं कि अयोध्या में श्रीराम की भव्य 251 मीटर ऊंची प्रतिमा के निर्माण के फैसले को कैबिनेट की मंजूरी मिल सकती है। इसके अलावा अन्य कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को भी मंजूरी मिल सकती है।
कैबिनेट में मुख्यमंत्री आवास योजना-ग्रामीण में कुष्ठ रोग से प्रभावित परिवार को भी शामिल करने का प्रस्ताव आ सकता है। आवास विहीन या जर्जर आवासों में रह रहे कुष्ठ रोग से प्रभावित परिवारों को भी सरकार मुख्यमंत्री आवास देगी। इसके अलावा शाहजहांपुर महिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड का संचालन पांच वर्ष की अवधि के लिए राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड को सौंपे जाने का भी प्रस्ताव आएगा।
अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम राम की मूर्ति बनाने की घोषणा योगी पहले ही कर चुके हैं। योगी सरकार ने इलाहाबाद को प्रयागराज और फैजाबाद को अयोध्या नाम देकर पहले ही एक रिकार्ड बनाया है। अब प्रयागराज के कुंभ में अयोध्या के लिए श्रीराम की भव्य प्रतिमा देने का फैसला कर देश-दुनिया के हिदू आस्था को सम्मानित करने की भी पहल हो सकती है। कैबिनेट में मूर्ति स्थापना के लिए निशुल्क जमीन हस्तांतरण का भी प्रस्ताव आ सकता है। कैबिनेट देश-दुनिया के हिदुओं से दान की भी अपील कर सकती है।
बाद में दूरभाष पर दैनिक जागरण से बातचीत में राजभर ने कहा, “पिछड़ों के आरक्षण में तीन श्रेणी में बंटवारे की मांग कर रहे हैं लेकिन, यह सरकार सुन नहीं रही है। यह बंटवारा करने से भाजपा को ही लाभ मिलता क्योंकि 85-15 का नारा तो कांशीराम भुना चुके हैं। जहां तक राम मंदिर का मामला है तो इसकी लहर भी 1993 में समाप्त हो चुकी है। काठ की हाड़ी दोबारा नहीं चढ़ेगी क्योंकि जनता यह जानती है कि जब मंदिर बनाने का इन्हें मौका मिलता है तब नहीं बनाते और चुनाव आने पर इस मुद्दे को गर्माने लगते हैं। दरअसल, ये लोग मंदिर बनाना भी नहीं चाहते।”