चीन के प्रधानमंत्री ने एक संवाददाता सम्मलेन में यह बात कही।
ली से पूछा गया कि क्या चीन ने अपनी कंपनियों को जासूसी के लिए कहा है, इस पर उन्होंने कहा , “मैं आपको स्पष्ट तौर पर बताना चाहता हूं कि ये चीन के कानूनों के अनुरूप नहीं है। चीन इस तरह का काम नहीं करता है। हमने ऐसा नहीं किया है और न ही भविष्य में ऐसा करेंगे।”
अमेरिका समेत कुछ अन्य देशों ने सुरक्षा जोखिम की आशंका जताते हुए हुवावे टेक्नोलॉजीज लिमिटेड समेत अन्य चीनी कंपनियों की प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है।
हुवावे फोन और इंटरनेट कंपनियों के लिए नेटवर्क उपकरण बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। हुवावे ने उन आरोपों को खारिज किया है , जिसमें कहा गया है कि वह चीन को जासूसी में मदद करती है।