केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने एक बार फिर बेतुका बयान देकर लोगों के जले पर नमक छिड़का है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल एवं डीजल की बढ़ती कीमतों से उन्हें कोई फर्क नहीं हैं, क्योंकि वह एक मंत्री हैं और उन्हें मुफ्त में पेट्रोल मिलता है।
एक समीक्षा बैठक में भाग लेने यहां आए अठावले से जब संवादाताओं ने पेट्रोल एवं डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी को होने वाली परेशानी के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, ‘’मैं पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से परेशान नहीं हूं, चूंकि मैं मंत्री हूं।
मेरा मंत्री पद जाएगा, तो मैं परेशान हो जाऊंगा, लेकिन जनता परेशान है। हम इसे समझ सकते हैं और कीमतें कम करने का दायित्व सरकार का है। अठावले ने साथ ही कहा कि केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल के बढ़ते भावों पर लगाम लगाने का प्रयास कर रही है पर राज्यों को भी इसके लिए कोशिश करनी चाहिए।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर पेट्रोल-डीजल के भाव कम करने हैं तो राज्यों को भी इसके लिए कोशिश करनी चाहिए क्योंकि इसमें राज्य सरकार के भी कर होते हैं, केंद्र के भी कर होते हैं। इन्हें कम करने पर पेट्रोल-डीजल की कीमतें घट सकती हैं।