मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को पुलिस लाइन देहरादून में पुलिस स्मृति परेड में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने शहीद स्मारक पर पुलिस एवं अर्द्ध सैन्य बलों के शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के शहीद पुलिस व अर्द्धसैन्य बलों के परिजनों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि विगत एक वर्ष में देश में राज्यों व अर्द्धसैन्य बलों से देश की रक्षा के लिए कुल 414 जवानों ने अपनी शहादत दी। उन्होंने इन वीर शहीदों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की। इन शहीदों में उत्तराखंड के दो पुलिस कर्मियों जिन्होंने ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी, उनमें आरक्षी रमेश लाल व सुभाष चंद्र शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सामरिक दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। राज्य पुलिस के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं। प्रदेश में शांति व कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। किसी भी देश व समाज की सुरक्षा के लिए सुरक्षा बलों का मजबूत होना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस के समक्ष भी अनेक चुनौतियां हैं। उन्होंने आशा व्यक्त कि उत्तराखंड पुलिस सुनियोजित तरीके से इन चुनौतियों का सामना करने में सफल होगी। आगामी महाकुंभ व कांवड़ के अतिरिक्त प्रदेश में होने वाले मेलों, धार्मिक आयोजनों में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
इस दौरान वित्त मंत्री प्रकाश पंत, शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत, सांसद डा. रमेश पोखरियाल, माला राजलक्ष्मी शाह, विधायक हरवंश कपूर, विनोद चमोली, खजान दास, गणेश जोशी, उमेश शर्मा काऊ, मुन्ना सिंह चैहान, देशराज कर्णवाल, मनोज रावत, एंग्लों इंडियन विधायक जार्ज आईवान ग्रेगरी मैन, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, राधा रतूड़ी प्रमुख सचिव गृह आनंद वर्द्धन ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।