रोहिणी जिला स्पेशल स्टाफ पुलिस ने कारोबारी से एक करोड़ की रंगदारी मांगने की गुत्थी सुलझा ली है। इस बावत कुख्यात नीरज बवानियां गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान शक्ति उर्फ लीलू व सूरज के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से एक मोबाइल फोन, वाइफाई डोंगल व कार आदि बरामद किया है। बदमाशों ने विदेशी नंबर से वॉटसएप कॉल व वॉयस मैसेज भेजकर रोहिणी के कारोबारी से गत माह जनवरी में रंगदारी की मांग की थी। इस बावत केएन काटजू मार्ग थाने में मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी ऑपरेशन ब्रह्मजीत सिंह की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के प्रभारी इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह के नेतृत्व में एसआइ दिनेश दहिया, एएसआइ दलबीर, बेगराज आदि की टीम को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई।
आवाज के जरिये बदमाशों का मिला सुराग
बदमाशों ने कारोबारी को वॉटसएप कॉलिंग करने के अलावा वॉयस मैसेज भी भेजकर रंगदारी की मांग की थी। जिसमें जान से मारने की धमकी दी गई थी। ऐसे में वॉयस मैसेज के आधार पर एक बदमाश की पहचान नीरज बवानिया के चचेरे भाई शक्ति के रूप में हुई है। इस बीच पुलिस को जानकारी मिली कि नीरज बवानिया की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के क्रम में शक्ति उससे मिलने के लिए आएगा। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने शक्ति का पीछा किया और उसके दोस्त सूरज सहित उसे रोहतक रोड पर मुल्तान नगर के निकट कार सहित दबोच लिया गया। दोनों ने मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। दोनों के खिलाफ प्लॉट पर अवैध कब्जे के मामले में भी गत साल दिसंबर में मामला दर्ज किया गया था।