पीरियड का पेन कुछ लोगों को बेहद असहनीय होता है। ऐसे में लोग ओवर द काउंटर दवाएं नहीं लेना चाहते। यहां कुछ आयुर्वेदिक रेमेडीज हैं जो आजमा सकते हैं।
पीरियड्स के दौरान कई फीमेल्स को दर्द होता है। कुछ लोगों में यह पेन हल्का होता है तो इन क्रैम्प्स को बर्दाश्त नहीं कर पाते। दर्द में ज्यादातर लोग पेन किलर नहीं लेना चाहते। ऐसे में वे कोई घरेलू उपचार खोजते हैं या फिर दर्द बर्दाश्त करना आखिरी ऑप्शन है। कभी-कभी यह दर्द इतना तेज होता है कि उल्टी के साथ सिर भी चकराने लगता है। अगर आप भी इस दर्द का इलाज खोज रही हैं तो आपके लिए यहां हैं कुछ आयुर्वेदिक उपचार। इन्हें अपने रूटीन में शामिल करने पर दर्द धीरे-धीरे बहुत कम हो जाता है।
दर्द की वजह हो सकती है अंदरूनी दिक्कत
हल्का-फुल्का पीरियड पेन ज्यादातर महिलाओं को होता है वहीं कुछ लोगों को दर्द का जरा भी अहसास नहीं होता। अगर दर्द बर्दाश्त से बाहर है और हैवी फ्लो है तो एंडोमेट्रिऑसिस, फाइब्राइड, एडिनोमायोसिस जैसी वजहें भी हो सकती हैं। वहीं नॉर्मल दर्द में आप यहां बताए तरीके अपना सकते हैं। ये आयुर्वेदिक सलाह डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर शेयर की हैं
सूरज के साथ बनाएं तालमेल
सूरज उगने से पहले जागें। सूरज उगने के बाद नाश्ता करें और सूरज डूबने के एक घंटे के अंदर या पहले डिनकर कर लें। इससे आपके हॉरमोन्स का संतुलन सही रहता है।
सुबह खाएं नट्स-ड्राईफ्रूट्स
उठकर चाय, कॉफी की जगह ये ड्राई फ्रूट्स और नट्स लें- 5 भीगी किशमिश, 4 भीगे बादाम, 2 अखरोट और 1 खजूर या अंजीर।
करें योग, लगाएं ध्यान
रोजाना ध्यान लगाएं, प्राणायाम करें और योग करें। ऐक्टिव रहें ताकि कमर के आसपास आपका सर्कुलेशन ठीक रहे। पीरियड्स के दौरान अनुलोम-विलोम और भ्रामरी जैसे प्राणायाम और वज्रासन, बालासन, भद्रासन, शवासन करें। मेंटली और फिजिकली रेस्ट लें।
खूब पिएं पानी
पीरियड्स के दौरान खूब पानी पिएं। आप फ्लेवर्ड मिनरल वॉटर भी ले सकते हैं। पानी आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए भी अच्छा होता है।
बनाएं स्पेशल टी
अजवाइन, सौंफ, मिंट टी इस वक्त आपको आराम देंगी। आप दालचीनी को उबालकर इसका पानी भी पी सकती हैं।