यस बैंक के संस्थापक और पूर्व सीईओ राणा कपूर को आज ईडी ने विशेष पीएमएलए कोर्ट में पेश किया. जहां से उन्हें 11 मार्च तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया गया.
31 घंटे पूछताछ और छापेमारी के बाद राणा की गिरफ्तारी सुबह करीब चार बजे हुई थी. पेश से पहले राणा कपूर का दो बार मेडिकल भी करवाया गया. राणा कपूर की गिरफ्तारी मनी लॉन्डरिंग और लोन के बदले घूस लेने के आरोप में हुई है.
राणा कपूर को 31 घंटे की मैराथन पूछताछ के बाद सुबह चार बजे गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद राणा कपूर को आज सुबह प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट कोर्ट यानी पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा. इससे पहले शनिवार को ईडी ने दिल्ली और मुंबई में कुछ और स्थानों पर छापे भी मारे थे.
कपूर को शनिवार दोपहर में बालार्ड एस्टेट स्थित ईडी के कार्यालय लाया गया. राणा कपूर के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया है, इसका मतलब है वो अब देश छोड़ कर नहीं भाग सकता. राणा कपूर की गिरफ्तारी के बाद यस बैंक के कुछ और बड़े अधिकारियों पर गाज गिरनी तय है.
राणा कपूर पर आरोप है कि डीएचएफएल कंपनी को लोन देने के बदले कपूर की पत्नी के एकाउंट में फायदा पहुचाया गया. इस दौरान वित्तीत गड़बड़ियों का आरोप है. 2017 में यस बैंक ने 6,355 करोड़ रुपए की रकम को बैड लोन में डाल दिया था.
वित्तीय संकट के फेर में फंसे यस बैंक को सहारा देने के लिए SBI ने यस बैंक में निवेश की योजना बनाई है. इस संबंध में RBI ने शुक्रवार को “ड्राफ्ट रिकंस्ट्रक्शन स्कीम” जारी की है.
इस स्कीम पर SBI अपने बोर्ड की मंजूरी लेकर सोमवार को RBI से मिलेगा. बोर्ड क्या कुछ मंज़ूरी देता है, पूरा प्लान इसी पर टिका है. लेकिन एक तरह से बैंक की सैद्धान्तिक तौर पर इस प्लान को मंज़ूरी मिल चुकी है.