अमेरिकी उप-राष्ट्रपति माइक पेंस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते सिंगापुर में अपनी मुलाकात के दौरान भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग एवं द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे. व्हाइट हाउस ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए इस बात पर जोर दिया कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत की भूमिका के लिए संभावनाएं अनंत हैं.
संबंधों को नया आयाम
ट्रंप प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को एक कॉंफ्रेंस कॉल के दौरान विदेशी पत्रकारों को बताया, ‘‘वे द्विपक्षीय संबंधों और रक्षा सहयोग को लेकर व्यापक संदर्भ में चर्चा करेंगे. मैं यह नहीं कह सकता कि इस बार वे व्यापारिक (संबंधों पर) बातें करेंगे कि नहीं.’’ पीएम मोदी और पेंस अगले हफ्ते सिंगापुर में होने जा रहे आसियान शिखर सम्मेलन एवं पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान मिलेंगे. इस मुलाक़ात को सियासी व कूटनीतिक दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है. पेंस इस सप्ताह के अंत में चार देशों की एशिया यात्रा पर रवाना होंगे. इसके तहत वह जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और पापुआ न्यू गिनी जाएंगे.
सिंगापुर में आयोजित आसियान शिखर सम्मेलन एवं पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन और पापुआ न्यू गिनी में होने वाले एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) सम्मेलन में पेंस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नुमाइंदगी करेंगे. एक सवाल के जवाब में अधिकारी ने कहा कि पेंस और मोदी भारत-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त और खुला बनाए रखने के अमेरिका के रुख को लेकर ‘‘एक साझा दृष्टि’’ पर बात करेंगे. भारत ने भी ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के बारे में बात की है. दोनों चीजों में ‘‘काफी मेल’’ है. (इनपुट एजेंसी)