भारत के नए राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने कहा, रिचर्ड वर्मा के साथ भारत-अमेरिका साझेदारी को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई। दोनों देशों में द्विपक्षीय साझेदारी भविष्य में कई संभावनाओं से भरी है। इससे पहले विनय क्वात्रा का नई भूमिका में रिचर्ड वर्मा ने स्वागत किया और कहा, रिश्ते को मजबूत करने के लिए क्वात्रा के साथ काम को उत्सुक हूं।
अमेरिका में भारत के नए राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने भारत-अमेरिकी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा के लिए विदेश उप-मंत्री (प्रबंधन-संसाधन) रिचर्ड वर्मा से मुलाकात की। अगले माह संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की न्यूयॉर्क यात्रा से पहले यह बैठक काफी अहम है। बैठक में दोनों देशों के रणनीतिक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ।
क्वात्रा ने वर्मा से मुलाकात की और विदेश मंत्री एस. जयशंकर तथा विदेश सचिव विक्रम मिस्री से भी चर्चा की। क्वात्रा ने कहा, रिचर्ड वर्मा के साथ भारत-अमेरिका साझेदारी को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई। दोनों देशों में द्विपक्षीय साझेदारी भविष्य में कई संभावनाओं से भरी है। इससे पहले विनय क्वात्रा का नई भूमिका में रिचर्ड वर्मा ने स्वागत किया व कहा, रिश्ते को मजबूत करने के लिए क्वात्रा के साथ काम को उत्सुक हूं। उन्होंने प्रगति और वादे की साझेदारी को लेकर कहा, हमने सुरक्षा, जलवायु कार्रवाई और स्वच्छ ऊर्जा सहित कई अमेरिकी प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाया है।
चीनी आक्रामकता के चलते भारतीय रुख अमेरिका से सहयोग वाला : पूर्व एनएसए
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) एचआर मैकमास्टर ने अपनी नई पुस्तक में दावा किया है कि भारत मुख्य रूप से चीनी आक्रामकता के चलते अमेरिका से ‘अभूतपूर्व’ सहयोग का इच्छुक है। उन्होंने कहा, साथ ही भारत ‘फंसने और त्यागे जाने’ को लेकर भी भयभीत है। ट्रंप के प्रशासन में एनएसए रहे मैकमास्टर ने ‘ऐट वॉर विद अवरसेल्व्स’ नामक किताब में लिखा, ट्रंप द्वारा बर्खास्त किए जाने से एक दिन पहले उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष अजीत. डोभाल से मुलाकात की थी।