पिकप (प्रदेशीय इंडस्ट्रियल एंड इन्वेस्टमेंट कारपोरेशन ऑफ यूपी) भवन में बुधवार रात भीषण आग लग गई। दूसरे तल पर स्थित फाइनेंस विभाग से आग की शुरुआत हुई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और जल्द ही लपटें छठे तल तक जा पहुंच गईं। बड़ी संख्या में दमकल गाड़ियां पहुंचीं। घटना में महत्वपूर्ण दस्तावेज जल गए। एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। आग से कोई जनहानि की सूचना नहीं है। मामले की छानबीन की जा रही है। वहीं मुख्यमंत्री ने 48 घंटे के अंदर घटना की रिपोर्ट मांगी है।
ये है पूरा मामला-
पिकप भवन के द्वीतीय तल स्थित फाइनेंस विभाग के दफ्तर में वित्त अधिकारी व डिप्टी मैनेजर नरेंद्र कुरील अपने साथी मनोज गुप्ता के साथ मौजूद थे। इसी बीच केबिन में धुएं की महक आई। दोनों ने मैनेजर एनके सिंह का केबिन खोला तो भीतर आग की लपटें उठ रही थीं। एनके सिंह केबिन में नहीं थे। दोनों ने शोर मचाया। गार्डो ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। दमकल विभाग को सूचना दी गई। थोड़ी देर में दूसरे तल से उठी आग तीसरे तल पर स्थित जैव विविधता बोर्ड पूर्वी, चौथे पर एड्स कंट्रोल बोर्ड तथा पांचवें और छठे तल पर स्थित इनकम टैक्स के दफ्तर को चपेट में ले लिया। आग से दस्तावेज, कंप्यूटर, एसी, फर्नीचर व अन्य कीमती सामान जल गए। माना जा रहा है कि कुछ ऐसी फाइलें जली हैं, जिनकी जांच चल रही है।
मंगाया गया हाइड्रोलिक प्लेटफार्म-
गंभीरता को देखते हुए एसएसपी कई थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए। शहर के सभी फायर स्टेशनों ने दमकल की गाडिय़ां बुला ली गईं। निजी कंपनियों की भी दमकल वहां पहुंच गई। हाइड्रोलिक प्लेटफार्म के सहारे दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की। करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझा लिया गया।
कोई हताहत नहीं-
आग पर काबू पाने के बाद पुलिस टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। एसएसपी ने माइक के जरिये वहां मौजूद कर्मचारियों और अधिकारियों से अपील कर अपने सहयोगियों के बारे में पता करने को कहा। देर रात तक ऑपरेशन जारी रहा। हालांकि, पुलिस ने किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं की है। सीएफओ वीके सिंह ने बताया कि पिकअप भवन के ए ब्लॉक में द्वितीय व तृतीय व चौथे तल पर आग लगी थी। पांचवें और छठे तल पर धुआं पहुंचा था।
ये दफ्तर आए चपेट में-
फाइनेंस विभाग, जैव विविधता बोर्ड पूर्वी, एड्स कंट्रोल बोर्ड तथा इनकम टैक्स विभाग के ऑफिस आग की चपेट में आए।
गहरी साजिश की आशंका, मुख्यमंत्री ने 48 घंटे में मांगी रिपोर्ट –
पिकपभवन में बुधवार रात लगी भीषण आग में कई विभागों के अहम दस्तावेज भी जलकर खाक हो गये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को पिकप भवन में लगी भीषण आग की घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने अग्निकांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर 48 घंटे में रिपोर्ट तलब की है। अग्निकांड के पीछे किसी साजिश को भी नकारा नहीं जा सकता। पिकप के तीसरे तल पर उप्र अधीनस्थ चयन सेवा आयोग का दफ्तर भी है।
मुख्यमंत्री के आदेश पर अग्निकांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी आग की घटना के विभिन्न पहलुओं, आग लगने के कारणों के साथ ही घटना के लिए जवाबदेही भी तय करेगी। कमेटी में एडीजी इंटेलीजेंस एसपी शिरडकर, यूपीएसआइडीसी (उप्र राज्य औद्योगिक विकास निगम) के संयुक्त प्रबंध निदेशक पीके पांडेय व लखनऊ के मुख्य अग्निशमन अधिकारी वीके सिंह शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने 48 घंटे में जांच रिपोर्ट तलब की है। आग पिकप के ए ब्लॉक में लगी थी। ए-ब्लॉक के दूसरे व तीसरे तल पर पिकप के फाइनेंस विभाग का दफ्तर है। चौथे तल पर एड्स कंट्रोल बोर्ड व जैव विविधता बोर्ड तथा पांचवें व छठे तल पर आयकर विभाग के कार्यालय हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व में कई सरकारी दफ्तरों में भीषण अग्निकांड हो चुके हैं और उनके पीछे साजिश की आशंकाएं भी जताई जाती रही हैं।