पाकिस्तान में लगातार कोविड-19 का कहर बढ़ता ही जा रहा है। पाकिस्तान सरकार के आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण के अब तक 692231 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 21928 मरीजों की मौत भी हो चुकी है। इसके अलााव 615960 मरीज ठीक भी हुए हैं। यहां पर एक्टिव मामलों की बात करें तो इनकी संख्या 249841 तक जा पहुंची है जिनमें से 1451 मामलों को बेहद गंभीर श्रेणी में डाला गया है।
कोरोना की खतरनाक होती स्थिति पर प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि लोग कोविड-19 की रोकथाम को बनाए नियमों को ताक पर रख रहे हैं। इसकी वजह से मामले लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने लोगों को आगाह किया है कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो देश मुश्किल में घिर जाएगा। लोगों के सवालों का जवाब देते हुए और देश के नाम संदेश देते हुए इमरान खान ने कहा कि सरकार इस बात को लेकर मजबूर हो रही है कि पाबंदियों को बढ़ाया जाए, क्योंकि लोग महामारी के प्रति लापरवाह हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसा उन्होंने खुद महसूस किया है कि लोग सड़कों पर निकलते हुए किसी तरह का नियम फॉलो नहीं कर रहे हैं। लोगों का ये रवैया पूरे देश को मुश्किल में डाल देगा। हम लोगों पर पाबंदियां नहीं लगाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें बचाना जरूर चाहते हैं। इमरान खान ने ये भी कहा कि वो लॉकडाउन नहीं लगा रहे हैं। इससे हमारी इंडस्ट्री बंद हो जाएगी और इसका बुरा असर अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। यदि मामले ऐसे ही बढ़ते रहे तो हमें इसके लिए भी मजबूर होना पड़ सकता है।
पाकिस्तान के पीएम ने कहा कि देश पहले से ही कोविड-19 समेत दूसरी समस्याओं से घिरा हुआ है जिसकी वजह से आर्थिक हालात सही नहीं हैं। उन्होंने ये भी कहा है कि कोई नहीं जानता है कि देश में आई कोरोना की तीसरी लहर कितनी खतरनाक होगी, लेकिन ये सच है कि ये पहली दो लहर से अधिक घातक जरूर है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो कोविड-19 की रोकथाम को बनाए सभी नियमों का पूरी तरह से पालन करें। यही उनके लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने ये भी कहा कि लॉकडाउन की वजह से करोड़ों लोग गरीबी रेखा के नीचे गुजर बसर करने को मजबूर हैं। इसलिए किसी भी तरह की गलती जानलेवा हो सकती है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान में बढ़ते मामलों के मद्देनजर नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर ने इंटर प्रोविजनल ट्रांसपोर्ट को 10 से 25 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया है। पाकिस्तान में हर रोज 4700 से अधिक कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। फरवरी 2021 से ही वहां पर लगातार मामले बढ़ रहे हैं।