आतंकवाद को बढ़ाने की पाकिस्तान की साजिश का बड़ा खुलासा हुआ है. ये खुलासा पाकिस्तान के कोडनेम वाले आठ आतंकियों की अलग-अलग बातचीत पकड़े जाने के बाद हुआ है.
बातचीत में इन आतंकियों ने दिल्ली मुंबई और गुजरात में कार्रवाई करने सेना को सबक सिखाने और मुंबई होटल जैसे हमले करने की बातें की हैं. इस बातचीत को पकड़े जाने के बाद भारतीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों ने इनके संपर्कों की तलाश शुरू कर दी है.
एक तरफ पूरा विश्व कोरोना महामारी से बचाव के उपायों की योजना पर काम कर रहा है चूंकि इस महामारी ने हर जगह अपने पांव पसारे हुए है. इस योजना के तहत वैक्सीन बनाने पर काम चल रहा है लेकिन इन सब के बीच पाकिस्तान में अलग ही खिचड़ी पक रही है और अलग ही योजनाएं तैयार हो रही हैं.
साजिश की ऐसी योजनाएं जिनसे भारत मे आतंकवाद के जरिए ऐसा घाव दिया जाए, जिससे दोनों देशों की दूरी और बढ़ जाए, इसके लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की शह पर तैयार हो रहा है.
पाक की नापाक साजिशों का भारतीय एजेंसियों को तब पता चला जब एक दो नहीं बल्कि लगातार अलग-अलग दिनों में कोडनेम वाले आठ पाकिस्तानी आतंकियों की बातचीत पकड़ी गई. इस बातचीत में खुलासे किए गए थे कि सेना को सबक सिखाने के साथ-साथ भारत के अलग अलग शहरों में कार्रवाई की योजना तैयार है.
खुफिया एजेंसी के दस्तावेजों के मुताबिक, आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश ए मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी भारत के दिल्ली, मुंबई और गुजरात में हमले कर सकते हैं और इसके लिए उनकी योजना तैयार हो चुकी है.
कोडनेम वाले आंतकी एम सिद्दीक की बातचीत का ब्यौरा है, ‘’ मैं और मेरे कुछ साथी एक वाहन के जरिए कार्रवाई करने के लिए गुजरात पहुंच रहे हैं जिससे इंडिया को एक झटका दिया जा सके…इसके पहले मैंने मौलाना मसूद अजहर समेत सीनियर लीडरों से मुलाकात की जिसमें मुझे टारगेट बताए गए हैं.’’
दूसरा कोडनेम हबीब-उल-हसन भी है जिसे हिज्बुल के मुखिया सैय्यद सलाहुद्दीन का खासमखास बताया जाता है. हबीब को फिलहाल कश्मीर के आसपास बताया गया है और हबीब अपनी बातचीत मे कहता है कि वे लोग गुजरात मुंबई और दिल्ली मे कार्रवाई का प्लान बना चुके हैं. इसी तरह से कोडनेम हामिद खान अपनी बातचीत मे कहता है कि इन हमलों में मुंबई होटल हमले की तर्ज पर भी हमले होंगे.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, इन आतंकवादियों की बातचीत के आधार पर यह तो साफ हो गया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई महामारी के इस दौर में भी चुप नहीं बैठी है. उसके मुख्यालय में अभी भी भारत विरोधी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का काम चल रहा है.
साथ ही इस बातचीत से यह पता भी चला है कि आईएसआई अफगानिस्तान से खाली हो चुके तालिबानी आतंकवादियों को भी भारत भेजने की कोशिश कर रहा है. एक अन्य कोडनेम जुल्फिकार के संबंध जैश-ए-मोहम्मद से बताए जाते हैं.
उसकी बातचीत के मुताबिक जिहादी अब भारत जा रहे हैं और तालिबान बहुत जल्द भारत में प्रवेश करने वाला है. वहीं कोडनेम शौकत लोन उर्फ तनवीर तराली अपनी बातचीत में भारतीय सेना को सबक सिखाने की योजना पर बात कर रहा है. इस आतंकवादी को हिज्बुल मुजाहिदीन से संबंधित बताया जाता है
इसी तरह दूसरा कोडधारी आतंकवादी सरदार ए एम जो अपने आप हिज्बुल मुजाहिदीन के अमीर सैयद सलाउद्दीन का खासम खास बताता है. उसकी बातचीत के मुताबिक वे लोग एक बड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं.
इन आतंकवादियों की बातचीत से यह भी पता चलता है कि इनकी कोशिश है कि किसी भी तरह कहीं भी कैसे भी बड़ी आंतकी वारदात करो चाहे वो बॉर्डर पर हो या फिर भारत में कहीं भी हो. फिलहाल भारतीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां रिपोर्ट के आधार इन आतंकवादियों के मंसूबों और उनकी भारत में गतिविधियों का पता लगाने में जुट गई है.