देश में शनिवार को कोरोना के खिलाफ एक जंग की शुरुआत करते हुए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई। टीकाकरण के बाद हर व्यक्ति को एक सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। पहली डोज के बाद एक प्राथमिक सर्टिफिकेट मिलेगा। यह सर्टिफिकेट काफी फायदेमंद है।
पहला टीका लगवाने के बाद मिले सर्टिफिकेट में लाभार्थी का नाम, उसकी आईडी, रजिस्टर आईडी, के अलावा टीका लगाने की तिथि, टीकाकरण का दिन और अन्य बुनियादी जानकारी होगी। पठानकोट के सिविल सर्जन डॉ. हरविंदर सिंह के अनुसार, पहला टीका लगवाने के बाद मिला सर्टिफिकेट प्रोविजनल होगा। दूसरा टीका लगने के बाद कंपलीट सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
पठानकोट के सीनियर मेडिकल सर्जन डॉ. सुनील चांद के अनुसार, यह सर्टिफिकेट एक लीगल दस्तावेज की तरह हैं। टीका लगवाने के बाद अगर आप यात्रा पर जाते हैं तो आपको ये सर्टिफिकेट दिखाना होगा। प्रोविजनल सर्टिफिकेट पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करने से लाभार्थी की पूरी जानकारी मिल सकेगी। निदेशक स्वास्थ्य डॉ. अमनदीप कौर कंग ने बताया कि यदि आपको सर्टिफिकेट नहीं मिला हो तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। यह आपके मोबाइल में आएगा, आप उसका प्रिंट निकाल सकते हैं।
पहला टीकाकरण होने के 28वें दिन बाद दूसरा टीका लगवाना अनिवार्य होगा। दूसरा टीका लगवाने के लिए दिए गए रजिस्टर्ड मोबाइल फोन नम्बर पर मैसेज आएगा वैक्सीन लगवाने के लिये सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा।
चंडीगढ़ पीजीआई में कोरोना के टीकाकरण का शुभारंभ शनिवार सुबह 10:30 बजे हुआ। पहला टीका पीडियाट्रिक विभाग के डॉ. मनजिंदर सिंह रंधावा को लगा। जीएमएसएच-16 में हेल्थ वर्कर अरुण को, जीएमसीएच- 32 में डायरेक्टर प्रिंसिपल जसविंदर कौर को पहला टीका लगाया गया। निदेशक स्वास्थ्य डॉ. अमनदीप कौर कंग ने भी टीका लगवाया। जीएमसीएच – 32 के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रवि गुप्ता ने भी टीका लगवाया। सेक्टर 45 हॉस्पिटल में शिवानी को पहली कोरोना वैक्सीन लगी।वहीं टीकाकरण कराने के बाद अरुण को जीएमएसएच-16 के निदेशक स्वास्थ्य ने सर्टिफिकेट दिया।