बाबतपुर एयरपोर्ट पर पहली बार दो लड़ाकू विमान उतरे। बरेली से दो सुखोई-30 उतरे और ईंधन लेने के बाद प्रयागराज रवाना हो गए। लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट से एयरपोर्ट और उसके आसपास रहने वाले सतर्क हो गए।
लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बाबतपुर पर शनिवार की सुबह 10 बजे दो सुखोई-30 उतरे और ईंधन लेने के बाद प्रयागराज चले गए। लड़ाकू विमान पहली बार बाबतपुर एयरपोर्ट पर उतरे हैं। इनकी गड़गड़ाहट से एयरपोर्ट और उसके आसपास रहने वाले सतर्क हो गए। एयरपोर्ट कर्मी उत्सुकता से लड़ाकू विमान देखने लगे।
सुखोई -30 बरेली से वाराणसी आए। ईंधन लिया, फिर दोपहर एक बजे प्रयागराज रवाना हो गए। एयरपोर्ट के एटीसी प्रभारी अजय पाठक ने लड़ाकू विमान के साथ आए चार पायलटों का स्वागत किया। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि यह गतिविधि एयरफोर्स के अभ्यास का हिस्सा है। एयरपोर्ट पर उतरने से पहले दोनों विमानों ने एयरपोर्ट परिक्षेत्र का चक्कर लगाया। एटीसी ने रनवे खाली कराया और अधिकारियों की निगरानी में सुरक्षित तरीके से लड़ाकू विमान एक के बाद एक उतरे।
सुखोई में ब्रह्मोस दागने की क्षमता
सुखोई में सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस दागने की क्षमता है। यह आधुनिक रडार सिस्टम, कॉकपिट सिस्टम से लैस है। विमान की गति 2120 किलोमीटर प्रति घंटे है। अधिक ऊंचाई पर इसकी रेंज 3000 किलोमीटर तक है। सुखोई 30 एमकेआई से 10 तरह के बम और चार-चार तरह की मिसाइलें, रॉकेट दागे जा सकते हैं। यह एक मिनट में 150 राउंड फायर कर सकता है।