हरियाणा के झज्जर जिले से ताल्लुक रखने वाले पहलवान विरेंदर सिंह को अधिकतर लोग, ‘गूंगा पहलवान’ के नाम से जानते हैं। वे भारत के सबसे सफल पहलवानों में से एक माने जाते हैं। 1 अप्रैल 1986 को जन्मे विरेंदर सिंह 33 साल के हो गए हैं।
वह दो दिन बाद यानी 30 जनवरी को नागपुर की अंजलि के साथ शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। विरेंदर ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शादी का निमंत्रण भेजा है। उन्होंने ट्विट के जरिए प्रधानमंत्री को शादी में आने की गुजारिश की है।
अपनी दिव्यांगता की वजह से गांव में विरेंदर का बचपन बिल्कुल भी आसान नहीं रहा। यहां उनके साथ के बच्चे उनकी इस कमजोरी का मजाक बनाते थे और घर पर भी वे ज्यादा किसी को कुछ समझा नहीं पाते। पर कहते हैं न कि आपकी किस्मत आपको आपकी मंजिल तक पहुंचा ही देती है। ऐसा ही कुछ विरेंदर के साथ हुआ।
नौ साल की उम्र में शुरू हुआ पहलवानी का सिलसिला आज भी जारी है और इतने सालों में कई बार विरेंदर सिंह ने भारत का नाम कुश्ती के क्षेत्र में रोशन किया है। उन्होंने चार डेफलिम्पिक्स गेम्स और दो वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भाग लिया है, जिनमें अब तक उन्होंने तीन गोल्ड, एक सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए हैं।
डीफलिंपिक्स यानी बधिरों के ओलिंपिक में 2005 (मेलबर्न), 2013 (बुल्गारिया) और 2017 (तुर्की) में स्वर्ण पदक जीते थे। खेलों में उनके योगदान के लिए उन्हें ‘अर्जुन अवॉर्ड’ से भी नवाजा गया है। वीरेंद्र पर एक ‘गूंगा पहलवान’ नाम से छोटी फिल्म भी बनाई गई है।