बुधवार को पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में बीएसएफ द्वारा सात बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है। बीएसएफ ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सेना के बॉर्डर आउट पोस्ट- महेंद्र, 08 बटालियन के सैनिकों द्वारा सात बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है। बीएसएफ को गांव गजना के बाहरी इलाके में कुछ अज्ञात व्यक्तियों की उपस्थिति के बारे में सूचना मिली थी।
बीएसएफ की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, “26 अगस्त, 2020 को गजना गांव के ग्रामीणों द्वारा पारित विशिष्ट सूचना पर कार्रवाई करते हुए, बिष्णु महेंद्र, सहायक कमांडेंट, बीओपी महेंद्र ने एक त्वरित प्रतिक्रिया टीम तैयार की और सरहद की ओर आगे बढ़े। लगभग 11:30 बजे सैनिकों ने वाहन की प्रतीक्षा करते हुए गजना-तारकपुर मार्ग पर दो महिला और एक बच्चे (03 वर्ष) समेत सात लोगों को देखा।
जब बीएसएफ ने उनसे उनकी पहचान पूछी और वे कोई भी वैध भारतीय पहचान दस्तावेज नहीं दिखा सके तो सेना ने उन्हें हिरासत में ले लिया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रारंभिक पूछताछ पर, इन लोगों ने खुलासा किया कि वे कल रात बांग्लादेश से भारत आए हैं।
हिरासत में लिए गए लोगों की पहचान सकील शेख (30), मो. राहीम (23), सुमी अक्तर (22), पारुल अक्तर (26), कोली बेगम (24), चंपा बेगम (26) और यासीन सेख (3) के रूप में हुई है।
विज्ञप्ति में बताया गया, “पूछताछ के दौरान, यह पता चला है कि 02 महिलाएं हैदराबाद जा रही थी और बाकी श्रमिक काम के लिए चेन्नई जा रहे थे।” विज्ञप्ति के मुताबिक, “यह पता चला है कि हैदराबाद जाने वाली महिलाएं पहले भी वहां सिकंदराबाद बस स्टैंड के पास रहने वाले बारंगल के घर में काम कर चुकी हैं, ये यहां बेबीसिटर के तौर पर काम करती थीं। वहीं, चेन्नई जाने वाले व्यक्ति इलियास नामक एक शख्स से मिलने वाले थे, जिन्होंने उनके लिए वहां व्यवस्था करके रखी थी।” विज्ञप्ति में कहा गया है कि सभी गिरफ्तार व्यक्तियों को पुलिस थाना हंसखली, जिला नदिया, पश्चिम बंगाल को सौंपा जा रहा है।