पत्तागोभी की सब्जी खाना 8 साल की बच्ची को मौत के मुंह में ले आएगा ये किसी ने सोचा नहीं था। दिल्ली में इस बच्ची के दिमाग में टेपवर्म यानी फीता कृमि पहुंच गया जिसने सैकड़ों अंडे दे दिए। छह महीने से सिरदर्द से परेशान ये मासूम को इस वजह से मिर्गी के दौरे भी आने लगे थे। बच्ची एक बार बेहोश हुई तो तुरंत डॉक्टर के पास गए। सीटी स्कैन करवाया तो डॉक्टरों के भी होश उड़ गए। बच्ची के दिमाग में कई सारे व्हाइट स्पॉट्स दिखे जो कि टेपवर्म के अंडे थे जिनकी संख्या 100 से भी ज्यादा थी।
दिल्ली के फॉर्टिस हॉस्पिटल में लड़की का ब्रेन ऑपरेशन हुआ। अब वह स्वस्थ है लेकिन इस बच्ची ने उस दौरान काफी तकलीफ झेली थी। बच्ची को हुई इस बीमारी को ‘न्यूरो-सिस्टीसरकोसिस’ कहा जाता है।
गौरतलब है कि साफ-सफाई न रखने पर, दूषित खानपान और आधा-पकी चीजें के सेवन से टेपवर्म पेट में चले जाते हैं। यह टेपवर्म शरीर में खून के प्रवाह के साथ अलग-अलग हिस्सों में पहुंच जाते हैं। डॉक्टर कहते हैं कि जब किसी सब्जी को ठीक तरह से धोया नहीं जाता है और अधपका ही खा लिया जाता है तो उसमें मौजूद टेपवर्म या कीड़े मरते नहीं हैं और खाने के जरिए शरीर तक पहुंच जाते हैं। टेपवर्म अधपका बीफ खाने से,अधपकी या कच्ची मछली के सेवन से शरीर में पहुंचता है। गंदे पानी या गंदी मिट्टी में उगने वाली सब्जियों में भी ये पाए जाते हैं। इससे बचने के लिए खासतौर पर गोभी, पत्तागोभी और पालक को सही तरीके से धोकर अच्छी तरह पकाना चाहिए। खासकर बारिश के मौसम में इन सब्जियों को साफ करके खाया जाए। इसके अंडे से निकलने वाला लार्वा किसी भी वस्तु में चिपक जाता है और उस वस्तु के जरिए रक्त के संपर्क में आकर ब्रेन तक पहुंचता है।