पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनएमसीएच) पर मीडिया की खबर का बड़ा असर हुआ है. मीडिया ने कोविड हॉस्पिटल एनएमसीएच में बदहाली का खुलासा किया तो सरकार हरकत में आ गई. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आज एनएमसीएच का दौरा किया है. कोरोना काल में स्वास्थ्य मंत्री का यह पहला एनएमसीएच दौरा है.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने एनएमसीएच में इंतजामों का जायजा लिया. एनएमसीएच की बदहाली की तस्वीर मीडिया पर लगातार दिखाई जा रही है. मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहा है. कई मरीज तो अस्पताल के बाहर बेड के इंतजार में दम तोड़ दिए. इन खबरों के बाद बिहार सरकार हरकत में आ गई और खुद स्वास्थ्य मंत्री हॉस्पिटल पहुंचे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय अभी भी एनएमसीएच के अंदर हैं और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से सारी जानकारी ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री अभी थोड़ी देर में सारी स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा करेंगे. इसके साथ ही एनएमसीएच में संसाधनों की कमी को दूर करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करेंगे.
पटना के दो टॉप अस्पताल पीएमएसीएच और एनएमसीएच की बदहाली पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का कहना है कि सब ठीक है. मीडिया से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा था कि आपने सिर्फ दो अस्पतालों की चर्चा की. सिर्फ दो अस्पतालों में मरीज नहीं है. हमारे गया के मेडिकल कॉलेज में भी इलाज हो रहा है.
मीडिया के रियल्टी चेक के दौरान एनएमसीएच में इलाज कराने आईं अंजलि ने बताया था कि उनके पति कोविड-19 के मरीज हैं. दानापुर से रेफर होकर उन्हें एंबुलेंस से एनएमसीएच लाया गया है, लेकिन यहां न तो एंबुलेंस में ऑक्सीजन है और न यहां बेड मिल रहा है. काफी जद्दोजहद के बाद बेड मिला, लेकिन वार्ड में ही लाश पड़ी थी.
गौरतलब है कि बिहार के अस्पताल से बदहाली की तस्वीरें लगातार आ रही हैं. बिहार के किशनगंज में एक मरीज की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया तो पटना में एक मरीज की मौत के बाद अंतिम संस्कार में मदद के लिए कोई मेडिकल कर्मचारी नहीं पहुंचा. इन सबके बावजूद बिहार के स्वास्थ्य मंत्री कह रहे हैं कि सब ठीक है.