पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र 24 से 28 अगस्त तक होगा। पांच दिन के इस सत्र में मूलरूप से दो दिन ही सरकारी कामकाज होगा, क्योंकि 24 को दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद शनिवार और रविवार का अवकाश होगा। सरकारी कामकाज के लिए मात्र सोमवार और मंगलवार का दिन शेष रह जाता है।
महत्वपूर्ण यह है कि सत्र के दौरान बेअदबी कांड की जांच करने वाले रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखा जाएगा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इसकी पहले ही घोषणा कर चुके हैं, जबकि सेवानिवृत्त रणजीत सिंह ने वीरवार सुबह ही अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या सरकार रिपोर्ट के ऊपर बहस करवाएंगी या नहीं। क्योंकि, रिपोर्ट में जिस प्रकार से पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व डीजीपी समेत कई बड़े अधिकारियों की तरफ उंगली उठी है। उसे देखते हुए इस बात के संकेत मिल रहे है कि सरकार रिपोर्ट के ऊपर बहस करवा सकती है।
अत: मुख्यमंत्री के पूर्व में लिए गए इस फैसले से यह संकेत मिलते हैं कि सरकार इस पर बगैर बहस करवाए हुए मामले को सीबीआइ को सुपुर्द कर दे। यह देखना रोचक होगा कि सरकार इस मामले में क्या फैसला लेती है। क्योंकि कांग्रेस सरकार पर अकाली दल के प्रति हमदर्दी का रुख रखने के आरोप पहले भी लगते रहे हैं।