ड्रग्स तस्करी के इस मामले में आरोपी एआईजी राजजीत सिंह 20 अक्टूबर 2023 से फरार चल रहा है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से आरोपी को अग्रिम जमानत नहीं मिली थी, तब से वह पंजाब पुलिस की नजरों से बचने के लिए फरार चल रहा है। अब एसटीएफ ने आरोपी की प्रॉपर्टी अटैच करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
ड्रग्स तस्करी मामले में बर्खास्त एआईजी राजजीत सिंह हुंदल के खिलाफ पंजाब पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया है। पुलिस इंटेलिजेंस का मानना है कि आरोपी राजजीत सिंह विदेश फरार हो चुका है या विदेश फरार होने की ताक में हैं। ऐसे में अब पंजाब पुकिस एनआईए की मदद से यह पता कराएगी।
पुलिस ने राजजीत सिंह का लुकआउट नोटिस जारी कर सभी बंदरगाहों, हवाई अड्डो और राष्ट्रीय मार्गों पर उसकी जानकारी साझा की है, ताकि अगर आरोपी अभी देश से बाहर न गया हो, तो उसे दबोचा जा सके।
दूसरी तरफ स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बड़ा एक्शन लिया है। एसटीएफ ने आरोपी एआईजी की प्रापर्टी अटैच करने की कार्रवाई शुरू की है। इस मामले में पंजाब एसटीएफ की ओर से केंद्रीय वित्तीय मंत्रालय को पत्र के माध्यम से आरोपी की प्रापर्टी अटैच किए जाने की कार्रवाई में नोटिस जारी करने की मांग की थी। इस पर केंद्रीय वित्तीय मंत्रालय की कमेटी ने आरोपी एआईजी राजजीत सिंह हुंदल, उसकी पत्नी और बेटी को नौ फरवरी तक दिल्ली में अथॉरिटी के समक्ष अपना रिप्लाई फाइल करने के आदेश दिए हैं।
अगर संबंधित पक्ष की ओर से रिप्लाई फाइल नहीं किया जाता है तो फरार चल रहे एआईजी राजजीत सिंह हुंडल की प्राॅपर्टी अटैच करने को लेकर कार्रवाई की जाएगी। बता दें आरोपी एआईजी की पत्नी की मोहाती स्थित प्रॉपर्टी जिसकी कीमत करीब चार करोड़ रुपये बताई जा रही है, उसे अटैच करने के लिए एनडीपीएस एक्ट के सेक्शन64 एफ के तहत प्रक्रिया शुरू कर दी है। नौ फरवरी को उचित जवाब या रिप्लाई फाइल न करने और अन्य पहलुओं जांच-परखे के बाद यह कदम उठाया जाएगा।
पंजाब भर में फरार एआईजी की 9 प्रापर्टी आईं सामने
एसटीएफ के अधिकारियों की मानें तो फरार एआईजी की पूरे पंजाब में 9 प्रापर्टी की निशानदेही की गई हैं। एसटीएफ के मुताबिक एआईजी की न्यू चंडीगढ़ स्थित मुल्लांपुर के गांव माजरी में वर्ष 2013 में 7 कनाल 40 मरले जमीन 40 लाख में खरीदी थी । इसी तरह 2013 में ही न्यू चंडीगढ़ के इको सिटी में 500 वर्ग गज का प्लॉट का मालिक है। साल 2013 में इको सिटी में 500 वर्ग का प्लॉट 20 लाख, 2016 में मोहाली के सेक्टर-69 में 500 वर्ग गज की डेढ़ करोड़ की कोठी, मोहाली के सेक्टर-82 में 733.33 वर्ग गज का प्लॉट 55 लाख में 2017 में खरीदा था। इसके अलावा लुधियाना में 2020 में तीन शॉपिंग काम्प्लेक्स में कुछ शेयर आरोपी के नाम हैं।
बीते 10 साल 13 करोड़ की ट्रांजेक्शन आई सामने
फरार एआईजी और उसकी पत्नी के बैंक खातों से बीते 10 साल में 13 करोउ़ रुपये की ट्रांजेक्शन सामने आई है। इसको लेकर भी एसटीएफ जांच कर रही है। क्योंकि आय के स्त्रोत के मुताबिक एआईजी के बैंक खातों से हुए लेनदेन ज्यादा हैं। इसके अलावा कई पेमेंट के सोर्स और अनजान खातों से भी पैसों की ट्रांजैक्शन हुई है। एसटीएफ इन सबकी जांच कर रही है।
यह है पूरा मामला
वर्ष 2017 में एआईजी राजजीत सिंह हुंदल के साथी इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह को ड्रग्स तस्करी और हथियारों से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था। आरोपी के घर से तलाशी के दौरान एके-47, 4 किलो हेरोइन, 3 किलो स्मैक का नशा और अन्य देसी हथियार बरामद किए गए थे। एआईजी राजजीत सिंह पर आरोपी बर्खास्त इंस्पेक्टर की मदद करने, ड्रग रिकवरी से छेड़छाड़, सबूत मिटाने को लेकर मार्च 2023 में केस दर्ज किया गया था। यहां तक की आरोपी इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह और एआईजी राजजीत सिंह वर्ष 2012 से 2017 तक गुरदासपुर, तरनतारन, मोगा और जालंधर में एक साथ तैनात रहे। आरोपी एआईजी साथी इंस्पेक्टर को अपनी पोस्टिंग की जगह तैनात करवा लेता था।