ब्रिटेन में मिला कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन अब दुनिया के कई देशों में फैलने लगा है। भारत के अलावा अमेरिका में भी इसके मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अब न्यूयॉर्क में इस नए कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है।
यहां के गवर्नर एंड्रयू कुओमो ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा, ‘न्यूयॉर्क की वाड्सवर्थ लैब ने साराटोगा काउंटी के कोरोना संक्रमित व्यक्ति में ब्रिटेन में पाए गए कोरोना के नए स्ट्रेन के पहले मामले की पुष्टि की है।’ इसमें हैरानी की बात ये है कि संक्रमित व्यक्ति के यात्रा इतिहास की कोई जानकारी नहीं मिली है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के तीन प्रांतों, कोलोराडो, कैलिफोर्निया और फ्लोरिडा में पहले ही कोरोना के नए स्वरूप के मामले पाए गए हैं। न्यूयॉर्क वाले मामले को मिला दें तो अब तक अमेरिका में नए स्ट्रेन से कुल 10 लोग संक्रमित हो चुके हैं। यहां के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन का कहना है कि यह वायरस अधिक आसानी से और तेजी से फैलता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, न्यूयॉर्क में नए स्ट्रेन से संक्रमित व्यक्ति एक ज्वैलरी स्टोर पर काम करता है। स्टोर पर ही काम करने वाले तीन अन्य कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, लेकिन यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि वो भी नए स्ट्रेन से संक्रमित हुए हैं या नहीं।
वैज्ञानिकों ने ब्रिटेन वाले स्ट्रेन को 70 फीसदी अधिक संक्रामक बताया है। ब्रिटेन में तो इसकी वजह से पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इसके प्रसार को रोकने के लिए ऐसा किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के नए स्ट्रेन को काबू करने के लिए हमें और अधिक प्रयास करने होंगे।
भारत में भी अब तक 38 लोगों में कोरोना का नया स्ट्रेन पाया गया है, जिसमें से 19 संक्रमित मरीज को अकेले दिल्ली में ही पाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए संक्रमित मरीजों के साथ-साथ उन लोगों को भी क्वारंटीन किया जा रहा है, जो उनके संपर्क में आए हैं।