बिहार में पिछले साल नवंबर में विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश सरकार में पहली बार मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ‘नाराजगी’ के स्वर दलों के साथ-साथ BJP और जनता दल (युनाइटेड) में उभरने लगे हैं. ऐसे में तय माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में विपक्षी दल इस नाराजगी को और हवा देंगे. बिहार में मंगलवार को मंत्रिमंडल विस्तार में 17 नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई थी.
इसके बाद BJP के बाढ़े से विधायक और वरिष्ठ नेता ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानु ने नाराजगी जताते हुए सवर्णो की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए दागियों को मंत्रिमंडल में शामिल करने का आरोप लगा दिया था.
इसके बाद से ही इस बात के कयास लगाए जाने लगे हैं कि JDU में भी देर-सवेर नाराजगी उभर कर सामने आएगी ही. बहुजन समाज पार्टी से JDU में आए जमां खान को भी मंत्री बनाया गया है सूत्रों का कहना है कि इसे लेकर JDU में नाराजगी है. इस बीच, JDU के एक विधायक ने गुरुवार को नाराजगी जाहिर कर ही दी.
गोपालपुर विधानसभा से JDU के विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से वो नाराज नजर आ रहे हैं. मंडल ने बताया कि आलाकमान से आश्वासन मिला था कि उन्हें मंत्री बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि, ‘मैं मंत्री पद नहीं मिलने पर आश्चर्यचकित हूं.’ हालांकि उन्होंने नाराजगी की बात से इनकार किया है.
उन्होंने कहा, ‘पूरे बिहार में जाति का सबसे मजबूत नेता हूं. मेरी दावेदारी अन्य सभी विधायकों से ज्यादा मजबूत है. मंत्री बनने को लेकर आश्वस्त था.’ फिर आगे उन्होंने यह भी कहा कि मुझमें ही कोई कमी रह गई होगी, तभी तो नहीं बनाया. मंडल ने बताया कि वे जल्द ही JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे.
वहीं विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी भी मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी पार्टी से किसी के नाम नहीं रहने पर नाराज बताए जा रहे हैं. इसे लेकर उन्होंने BJP के पूर्व अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की है.
BJP के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि सभी लोगों को मंत्री बनने की इच्छा होती है, लेकिन कुछ ही लोग मंत्री बनते हैं. विधायक ज्ञानु की नाराजगी के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह परिवार का मामला है, इसे ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है. मिलकर सब कुछ ठीक कर लिया जाएगा.
बहरहाल, इस नाराजगी को लेकर विपक्ष वेट और वॉच की स्थिति में है. विपक्ष के नेता अभी इस मसले पर ज्यादा कुछ भी खुलकर नहीं बोल रहे हैं.