नाइजीरिया में लासा बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। लासा बुखार से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। नाइजीरिया सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) ने बताया है कि देश भर में संक्रमण को कम करने के सरकारी उपायों के बीच इस वर्ष लासा बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर 155 हो गई है। लासा बुखार को लेकर शिन्हुआ को शनिवार को मिली नवीनतम रिपोर्ट में सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा है कि इस वर्ष की शुरुआत से 4,939 संदिग्ध मामलों के साथ बीमारी के 782 पुष्ट मामले सामने आए हैं।
दरअसल, नाइजीरिया में जून की शुरुआत में दर्ज की गई 155 मौतों को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित हैं। एनसीडीसी ने बताया कि देश में मृत्यु दर 19.8 प्रतिशत हो गई है। जबकि 2021 में मृत्यु दर 20.2 प्रतिशत दर्ज की गई थी और 24 राज्यों ने इस वर्ष कम से कम एक पुष्ट मामला दर्ज किया है। इस वर्ष ओंडो, ईदो और बाउची प्रांतों में बीमारी के 68 प्रतिशत मामले सामने आए हैं। जिसको रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी जरुरी कदम उठाए गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, लासा बुखार एक तेजी से फैलने वाला वायरल रक्तस्रावी बीमारी है। जो लासा वायरस के एरेनावायरस से फैला है। मनुष्य आमतौर पर संक्रमित मास्टोमिस चूहों के मूत्र या मल से दूषित भोजन या घरेलू सामान के संपर्क में आने से संक्रमित हो जाते हैं, यह रोग पश्चिम अफ्रीका के कुछ हिस्सों में कृंतक आबादी में स्थानिक है। लासा बुखार में मलेरिया के समान लक्षण होते हैं, जो वायरस के संपर्क में आने के एक से तीन सप्ताह के बीच दिखाई देते हैं। हल्के मामलों में, रोग बुखार, थकान, कमजोरी और सिरदर्द का कारण बनता है।
एनसीडीसी ने कहा कि वह लासा बुखार मामले की मृत्यु दर को एक अंक तक कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य की सार्वजनिक स्वास्थ्य टीमों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। रोग नियंत्रण एजेंसी ने कहा कि वह वर्तमान में बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के उपायों के तहत राज्यों और उपचार केंद्रों को चिकित्सा प्रतिक्रिया वस्तुओं का वितरण कर रही है।