भारतीय जनता पार्टी के मिशन बंगाल को धार देने के लिए आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी चुनाव प्रचार की कमान संभालेंगे. चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही बीजेपी ने प्रचार के धार देने का फैसला लिया है, यही कारण है कि अब पार्टी के दिग्गज बंगाल पहुंच रहे हैं. मंगलवार को बंगाल के मालदा में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की चुनावी सभा होनी है, ये सभी दोपहर करीब एक बजे होगी.
पश्चिम बंगाल पहुंचने से पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया. यूपी सीएम ने ट्वीट किया कि नमस्कार बंगाल…सनातन संस्कृति की जागृत धरा पर आज आप सभी के बीच उपस्थित होने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हो रहा है. ‘वंदे मातरम्’ के अमर उद्घोष से सम्पूर्ण देश की राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने वाली वीर भूमि को मेरा नमन…जय श्री राम’.
नमस्कार बंगाल…
सनातन संस्कृति की जागृत धरा पर आज आप सभी के बीच उपस्थित होने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हो रहा है।
‘वंदे मातरम्’ के अमर उद्घोष से सम्पूर्ण देश की राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने वाली वीर भूमि को मेरा नमन…
जय श्री राम
मालदा बंगाल में इसलिए भी खास है, क्योंकि यहां पर अधिकतर वोटर मुस्लिम समुदाय से आते हैं. ऐसे में टीएमसी के गढ़ में सेंध लगाने का जिम्मा बीजेपी की ओर से फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ को दिया गया है.
हालांकि, ये मालदा के इलाके में भाजपा पहले भी सेंधमारी कर चुकी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में मालदा उत्तर की लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने कब्जा किया था, इसके अलावा पिछले विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने इसी क्षेत्र की वैष्णवनगर सीट को जीता था. यही कारण है कि बीजेपी को उम्मीद है कि योगी के नाम पर वो इस इलाके में अपनी पकड़ को मजबूत कर सकती है.
मालदा का ये इलाका बांग्लादेश की सीमा से सटा है, जो कि लगातार हथियारों की स्मगलिंग, जाली नोटों की स्मगलिंग के कारण सुर्खियों में रहता है. बीते दिनों भी बंगाल में सीमा से तस्करी का मामला सुर्खियों में बना हुआ है.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. पूरे बंगाल में कुल आठ चरणों में मतदान होना है. वहीं, मालदा जिले में कुल 12 विधानसभा सीटें हैं, यहां पर दो चरणों में मतदान होना है.
इस जिले के मतदाता 26 और 29 अप्रैल को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इस जिले में पिछली बार तृणमूल कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था, जबकि भाजपा ने 2 सीटें जीतीं थीं. इस इलाके में कांग्रेस को सबसे अधिक 8 सीटों पर जीत मिली थी.