लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद को पाकिस्तानी अधिकारियों ने हिरासत में लेकर 6 महीने के लिए नजरबंद कर दिया है. ऐसी अटकलें हैं कि यह कार्रवाई अमेरिका की उस चेतावनी के बाद की गई है
जिसमें अमेरिका ने कहा है कि अगर जमात उद दावा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगा सकता है. जमात उद दावा का प्रमुख भी हाफिज सईद ही है.
नजरबंदी से कुछ घंटे पहले सईद ने कहा कि अगर ‘दबाए हुए कश्मीरियों’ की आवाज उठाने के लिए उसके संगठन पर किसी तरह का अंकुश लगाया जाता है तो उसे कोई परवाह नहीं है. उसने नवाज शरीफ सरकार को चतावनी दी कि अगर कोई अंकुश लगाया जाता है तो उसका संगठन अदालत का रुख करेगा. ये सभी बातें सोशल मीडिया टि्वटर पर की जा रही हैं.
इस टि्वटर हैंडल पर कश्मीर का जिक्र किया गया है. @AmeerJamatDawah नाम के एक टि्वटर हैंडल से कुछ ट्वीट किए गए हैं. इसमें हाफिज की तरफ से कथित तौर पर यह दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान में कहीं भी उसके खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज है.
हाफिज की तरफ से कहा जा रहा है कि अगर उसे गिरफ्तार किया गया तो भी लाखों लोग कश्मीर के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे. ट्वीट में लिखा गया है कि अगर कश्मीर के खिलाफ बोलना अपराध है तो वह ऐसा करता रहेगा.