संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Pralhad Joshi) ने बुधवार सुबह संसद परिसर के अंदर गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस (Congress) और सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को “नकली कांग्रेस” और “नकली गांधी” कहकर उन पर कटाक्ष किया। जोशी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि, “नकली कांग्रेस को बीच-बीच में महात्मा गांधी याद आते हैं, ये अच्छी बात है। मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि उनके कार्यकाल में क्या हुआ था, हमने क्या खोया था? नेहरू जी के कारण कितनी जमीन हमने खोई थी, कितना पाया था, उन्हें इसकी जानकारी निकाल लेनी चाहिए।”
इस बीच बता दें कि, कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने बुधवार को तवांग में हाल ही में भारत-चीन संघर्ष पर चर्चा की मांग करते हुए संसद परिसर के अंदर गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया था। इससे पहले दिन में कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर और मनीष तिवारी ने चीन के साथ सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। संसद के सेंट्रल हॉल में आज आयोजित कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की बैठक में सोनिया गांधी ने चीनी अतिक्रमण पर चिंता भी व्यक्त की थी।
सोनिया गांधी ने कहा, “हमारी सीमा पर चीन द्वारा लगातार घुसपैठ गंभीर चिंता का विषय है। पूरा देश हमारे सतर्क सैनिकों के साथ खड़ा है, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में इन हमलों को नाकाम कर दिया। उन्होंने कहा कि, सरकार संसद में एलएसी चर्चा पर चर्चा से इनकार करती रही है और इस बात पर जोर दिया कि बहस राष्ट्रीय प्रतिक्रिया को मजबूत करती है। उन्होंने कहा कि “महत्वपूर्ण राष्ट्रीय चुनौती” का सामना करते समय संसद को भरोसे में लेने की परंपरा रही है।
इससे पहले सोमवार को सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था देश से बड़ा कुछ नहीं है। उन्होंने 9 दिसंबर को तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प पर विस्तृत चर्चा की मांग की थी। खरगे ने संसद में कहा था, ”वे (चीन) हमारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। अगर हम इस मुद्दे पर चर्चा नहीं करते हैं तो हमें और क्या चर्चा करनी चाहिए? हम सदन में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं।”
बता दें कि, बीते 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। विपक्षी दल लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं और संसद में चर्चा की मांग कर रहा हैं। हालांकि, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बार संसद में इस पूरी झड़प को लेकर स्पष्ट बयान दे चुके हैं।