जिलाधिकारी की पहल से नए साल में शहर नए कलेवर में नजर आएगा। जिलाधिकारी आवास व कलेक्ट्रेट की दीवारों पर महाराष्ट्र, व गुजरात की लोकप्रिय वारली पेटिंग के अलावा कचहरी की दीवारों पर महान विभूतियों की पेंटिंग लगाई गई है। अब दुकानों को गहरे लाल रंग से रंगवाया जा रहा है। दुकानों का नाम अंकित करने के लिए रेडियम साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। शहर में बेतरतीब खड़े वाहनों व रेहड़ी ठेला वालों के लिए अलग से वेंडिंग व पार्किंग जोन बनाए जाने की कवायद चल रही है।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद शहर का निरीक्षण कर बेहतर मॉडल के तौर पर विकसित करने का दावा किया था। उन्होंने गोंडा शहर को लखनऊ के हजरतगंज की तरह बनाने की बात कही थी। अब एक ही रंग में सजी दुकानें नगर पालिका की पहचान बताएंगी। शहर को साफ रखने के लिए भी मास्टर प्लान तैयार किया है। नगर पालिका के अधिकारी भी शहर को संवारने में जुट गए हैं।