इंडियन मोबाइल मार्केट में चीन की कंपनी शाओमी एक बार फिर सैमसंग को पीछे छोड़कर टॉप पोजिशन हासिल करने में कामयाब रही है. शाओमी ने इस साल की दूसरी तिमाही में 28 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ नंबर 1 पोजिशन पर कब्जा जमाया है.
यह बात मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरप्वाइंट की रिपोर्ट में कही गई है. Redmi 7 Pro और Redmi 7S जैसे स्मार्टफोन की लॉन्चिंग के बावजूद शाओमी की ग्रोथ फ्लैट रही है. सैमसंग की ग्रोथ भी लगभग फ्लैट रही है.
दो साल पुराने ब्रैंड Realme ने मजबूत ग्रोथ हासिल की है. पहली तिमाही में जहां Realme की ग्रोथ 7 फीसदी थी, दूसरी तिमाही में यह बढ़कर 9 फीसदी पर पहुंच गई है. शाओमी और रियलमी दोनों ही ब्रैंड्स बड़ी तेजी से ऑफलाइन सेगमेंट में पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इस साल की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर शाओमी की ग्रोथ 6 फीसदी रही है. पिछली तिमाही में शाओमी की बाजार हिस्सेदारी 29 फीसदी थी और इसका शिपमेंट सालाना आधार पर 2 फीसदी घटा था.
दूसरी तिमाही में इस साल की सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी 25 फीसदी रही है. सालाना आधार पर सैमसंग का शिपमेंट 7 फीसदी घटा है, लेकिन तिमाही आधार पर शिपमेंट 30 फीसदी बढ़ा है. शिपमेंट में तेजी आने की वजह A और M सीरीज का शानदार परफॉर्मेंस है. इंडियन स्मार्टफोन मार्केट में 11 फीसदी के मार्केट शेयर के साथ वीवो तीसरे नंबर पर रही है.
रियलमी चौथे नंबर पर रही. चीन की कंपनी ओप्पो (Oppo) 8 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ पांचवें नंबर पर रही. दूसरी तिमाही में इंडियन स्मार्टफोन मार्केट में 3.7 करोड़ स्मार्टफोन का शिपमेंट हुआ. हालांकि, फीचर फोन मार्केट में सालाना आधार पर 39 फीसदी की गिरावट आई.
फीचर फोन सेगमेंट में रिलायंस जियो 28 फीसदी मार्केट शेयर के साथ टॉप पर रही है. सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी 21 फीसदी और लावा का मार्केट शेयर 12 फीसदी रहा है. फीचर फोन सेगमेंट में इंटेल का मार्केट शेयर 10 फीसदी रहा, जबकि नोकिया की बाजार हिस्सेदारी 9 फीसदी रही.