टीम इंडिया के पूर्व स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने पिछले हफ्ते क्रिकेट को अलविदा कहा है. 7 साल पहले अपना आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला खेलने वाले ओझा का मानना है कि धोनी गेंदबाजों के लिए सबसे बेस्ट कप्तान हैं.
इसके साथ ही ओझा ने अब दूसरे देशों में खेली जाने वाली ट्वेंटी-ट्वेंटी लीग खेलने की इच्छा जाहिर की है. हालांकि इसके लिए वह बीसीसीआई की अनुमति का इंतजार करेंगे.
ओझा ने कहा, ”धोनी गेंदबाजों के कप्तान हैं. मेरा मानना है कि कैप्टन ऐसा होना चाहिए जो कि अपने गेंदबाजों को समझता हो. बहुत सारे गेंदबाजों ने धोनी की तारीफ की है. धोनी गेंदबाजों के हिसाब के फिल्डिंग सेट करते हैं और खेल में गेंदबाज की अहमियत को पूरा तवज्जों देते हैं.”
ओझा ने इच्छा जाहिर की है कि अगर बीसीसीआई अनुमति देता है तो वह विदेश में खेले जाने वाली ट्वेंटी-ट्वेंटी लीग में किस्मत आजमाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ”मेरे दिमाग में कई ऑप्शन हैं. मैं बीसीसीआई से बात करुंगा और विदेश में जाकर ट्वेंटी-ट्वेंटी लीग खेलने की विकल्प की तलाश करूंगा. हालांकि पहले देखना होगा कि बीसीसीआई से बात करने पर क्या नतीजा निकलता है.”
2008 से 2013 के बीच ओझा ने टीम इंडिया के लिए 48 इंटरनेशनल मैच खेले, जिनमें 24 टेस्ट, 18 वनडे और 6 ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच शामिल थे. ओझा का करियर जल्दी खत्म होने की एक वजह उनके गेंदबाजी एक्शन का सवालों के घेरे में आना रहा.