पुलवामा में हुए आतंकी हमलों के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव बना हुआ है। इसी बीच सऊदी के विदेश मंत्री अदेल अल-जुबेर इस्लामाबाद की अपनी यात्रा के चार दिन बाद सोमवार को भारत दौरे पर आएंगे। यह तीन हफ्तों के दौरान उनकी दूसरी भारत यात्रा होगी। इससे पहले वह सऊदी के राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान के साथ पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत दौरे पर आए थे।
भारत ने जहां इस बात को साफ कर दिया है कि दोनों देशों के बीच जारी तनाव में किसी तीसरे के द्वारा मध्यस्थता करने का कोई स्थान नहीं है। वहीं सऊदी के मंत्री की यात्रा को पाकिस्तान द्वारा भारत पर झुकाव की कोशिशों के तौर पर देखा जा रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार का कहना है कि जुबेर यात्रा के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ बातचीत करेंगे।
रवीश कुमार ने कहा, ‘सऊदी के विदेश मंत्री सोमवार को भारत यात्रा पर आएंगे और विदेश मंत्री से मुलाकात करेंगे। मेरी समझ है कि वह सऊदी के राजकुमार की हालिया यात्रा के बाद महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात करेंगे। इससे परे, दो नेताओं के बीच की यात्रा और बैठक के विवरण के बारे में जानकारी बाद में मिलेगी।’ सऊदी ने भारत के साथ अपने रिश्ते को काफी संतुलित रखा है।
सऊदी ने ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉर्पोरेशन के निमंत्रण पर भारत का समर्थन किया था और इसे वापस लेने से मना कर दिया जबकि पाकिस्तान लगातार ऐसा किए जाने की मांग कर रहा था। हालांकि भारत आने से पहले सऊदी के राजकुमार पाकिस्तान गए थे। जहां उन्होंने पाकिस्तान की काफी प्रशंसा की थी। एक सूत्र ने कहा, ‘मध्यस्थता का कोई सवाल ही नहीं उठता है।’
सूत्र ने कहा, जिसने भी पिछले तीन हफ्तों में हमारे नेताओं से बात की है, चाहे प्रधानमंत्री हो या विदेश मंत्री उन्होंने कहा है कि भारत चाहता है कि पाकिस्तान आतंकी ढांचों के खिलाफ कार्रवाई करे। किसी को भी मध्यस्थ बनने के लिए नहीं कहा गया है। सऊदी के राजकुमार ने बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद न केवल भारत और पाकिस्तान की यात्रा की बल्कि दोनों नेताओं से बात भी की। चीन ने पिछले हफ्ते अपने एक दूत को पाकिस्तान भेजा था लेकिन उसने भारत की यात्रा नहीं की।